गोरखपुर (ब्यूरो)। मौके पर पुलिस के पहुंचने पर मामला शांत हुआ। जूनियर इंजीनियर संगठन के पदाधिकारियों ने एसई व एक्सईएन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कहा कि बिना किसी साक्ष्य व जांच के ही अवर अभियंता को निलंबित कर दिया गया है। इस दौरान अध्यक्ष शशि कपूर सचिव दीपक गुप्ता, जितेंद्रनाथ, मनोज श्रीवास्तव, एसके गुप्ता, सीबी चौरसिया, संदीप कुमार, विजय सिंह, प्रदीप सिंह, मनोज गुप्ता, अमित यादव, प्रमोद यादव, रवि प्रताप सिंह, योगेश सिंह समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
अमहिया बिजली घर पर जेई के खिलाफ आरोप पत्र चस्पा
बलिया वितरण खंड में टीजीटू पद पर कार्यरत रघुवीर प्रसाद की तैनाती बिल जमा काउंटर पर थी। काउंटर पर 78 लाख का घालमेल करने का आरोप है। इस आरोप के क्रम में कुछ माह पहले तक उनके वेतन से रिकवरी हो रही थी। ई। रघुवीर प्रसाद इसके विरोध में हाईकोर्ट से स्टे ऑर्डर ले आए। इसके बाद रिकवरी बंद हुई। दो दिन पहले बलिया खंड से आए तीन अभियंताओं ने उन्हें जांच की नोटिस देने की कोशिश की। जेई ने नोटिस लेने से इंकार कर दिया। इसके बाद टीम अमहिया बिजली घर पर नोटिस चस्पा कर चली गई। उसी दिन शाम को जेई के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई और दो कर्मचारियों को हटाने की कार्रवाई हुई। इसके बाद कर्मचारियों ने चस्पा नोटिस को फाड़ दिया। आरोप यह भी है कि जेई ने सुविधा शुल्क की वसूली के लिए अपने गुर्गे पाल लिए थे। उसमें एक प्राइवेट लाइनमैन मथुरा भी शामिल है। इसके खिलाफ झंगहा थाने में एफआईआर दर्ज हुई है।