- समय से आने वाली ट्रेंस को नहीं मिल रहा प्लेसमेंट

- बेवजह आउटर पर घंटों खड़ी की जा रही रेलगाडि़यां

GORAKHPUR: कोहरा छंटने के बाद भी रेलवे अधिकारियों की लापरवाही से पब्लिक को घंटों परेशान होना पड़ रहा है। समय से गोरखपुर आने वाली ट्रेंस बेवजह आउटर पर खड़ी की जा रही हैं। ट्रेंस के जंक्शन पर पहुंचने के लिए पैसेंजर्स को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। उधर, प्लेटफार्म पर जगह होने के बावजूद ट्रेंस को आउटर और नजदीक के स्टेशन पर खड़ी करने के संबंध में रेलवे अधिकारी भी सटीक जवाब नहीं दे पा रहे हैं। सीपीआरओ का कहना है कि इस समस्या का समाधान किया जाएगा।

छावनी और डोमिनगढ़ बने ठिकाना

लखनऊ और वाराणसी से आने वाली ज्यादातर ट्रेंस अपने समय से चलने लगी हैं। सर्दी का मौसम बीतने के बाद रेल गाडि़यों का टाइमटेबल पटरी पर आने पर पैसेंजर्स ने भी राहत महसूस की। लेकिन पैसेंजर्स को आरामदायक सफर उपलब्ध कराने के बजाय रेलवे घंटों इंतजार करा रहा है। लखनऊ और वाराणसी की ओर से आने वाली ज्यादातर रेलगाडि़यों को छावनी और डोमिनगढ़ रेलवे स्टेशन पर खड़ा कर दिया जाता है। दोनों रेलवे स्टेशन जंक्शन से करीब तीन किलोमीटर की दूरी है। तीन किलोमीटर नजदीक पहुंचे यात्रियों को जंक्शन पहुंचने के लिए कम से कम दो घंटे का इंतजार करना पड़ रहा है। जंक्शन पर प्लेटफार्म खाली होने के बावजूद ट्रेंस को नजदीक के रेलवे स्टेशन और आउटर पर खड़ी करने की वजह बताने से रेलवे अधिकारी मुकर रहे हैं।

दो घंटे में जंक्शन पहुंची कृषक एक्सप्रेस

सोमवार रात लखनऊ-गोरखपुर इंटरसिटी और कृषक एक्सप्रेस दो घंटे बाद जंक्शन पर पहुंची। वाराणसी की ओर से आने वाली कृषक एक्सप्रेस सोमवार रात अपने निर्धारित समय से चल रही थी। रेलवे के एनटीईएस पर भी कृषक के राइट टाइम होने की सूचना देख लखनऊ जाने वाले पैसेंजर्स जंक्शन पर पहुंच गए। वहां जाने पर मालूम हुआ कि ट्रेन अभी कम से कम एक घंटे के बाद प्लेटफार्म नंबर एक पर आएगी। कृषक एक्सप्रेस 10 बजकर 40 मिनट पर गोरखपुर जंक्शन पर पहुंचती है। सोमवार को ट्रेन छावनी स्टेशन पर समय से पहुंची। लेकिन उसे वहीं खड़ा कर दिया गया। दो घंटे के इंतजार के बाद रात 12 बजकर 55 मिनट पर ट्रेन को प्लेटफार्म नंबर एक पर प्लेस किया गया। लखनऊ से आने वाली इंटरसिटी का समय नौ बजकर 30 मिनट है। इसे भी दो घंटे बाद करीब 11.30 बजे प्लेटफार्म पर जगह मिली।

वर्जन

ज्यादातर ट्रेंस समय से चल रही हैं। प्लेटफार्म भी खाली रहते हैं। ऐसे में ट्रेन को आसपास के स्टेशन पर खड़ा नहीं करना चाहिए। किस वजह से ट्रेन दो घंटे छावनी स्टेशन पर खड़ी रही इसकी जांच कराई जाएगी।

- पीके अस्थाना, स्टेशन सुपरीटेनडेंट

प्लेटफार्म न खाली होने पर ऐसी प्रॉब्लम आती है। लेकिन प्लेटफार्म पर जगह होने के बावजूद ट्रेंस को छावनी और डोमिनगढ़ में खड़ा कर दिया जा रहा तो इसकी जांच कराई जाएगी। कभी-कभार कोई प्रॉब्लम होने पर इस तरह की नौबत आती है।

- संजय यादव, सीपीआरओ एनई रेलवे