- अपराधियों के सरंक्षणदाओं पर कसने लगा पुलिस का शिकंजा

- एक्शन में आई गोरखपुर पुलिस, सर्विलांस की मदद से ट्रेकिंग

जिले में किसी भी वारदात में शामिल बदमाशों को संरक्षण देने वाले शरणदाताओं पर पुलिस का शिकंजा कसेगा। जिले में टॉप 10 बदमाशों की लिस्ट की तरह शरणदाताओं की सूची तैयार की जाएगी। किस बदमाश को कहां, किसने शरण दी है। सर्विलांस के जरिए ट्रैक करके उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है। हाल के दिनों में हुई दो घटनाओं में पुलिस ने संरक्षणदाताओं को अरेस्ट कर जेल भेजा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि चिह्नित किए गए शरणदाताओं के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जाएगा।

गैंगेस्टर दर्ज कर कुर्क करेंगे प्रापर्टी

जिले में लूट, मर्डर सहित अन्य अपराधिक घटनाओं को अंजाम देने वाले बदमाशों को कंट्रोल करने के लिए पुलिस ने नया प्लान तैयार किया है। पुलिस अब उनके शरणदाताओं पर शिकंजा कसने में जुटी है। बदमाशों का गैंग चार्ट बनाने के दौरान शरणदाताओं को भी उसमें शामिल किया जा रहा है। एसएसपी के निर्देश पर सभी थानों की पुलिस बदमाशों के गैंग चार्ट में उनके संरक्षणदाताओं को लिस्टेड कर कार्रवाई में जुटी है। पुलिस से जुड़े लोगों का कहना है कि गैंगेस्टर की कार्रवाई कर पुलिस सभी की प्रापर्टी को जब्त करने और कुर्क की प्रक्रिया भी होगी।

इन मामलों में हुई कार्रवाई

घटना एक: गैंगेस्टर में कसा शिकंजा

गुलरिहा एरिया के हरसेवकपुर नंबर दो, टोला लक्ष्मीपुर निवासी शिवशंकर और पनियरा के माधवपुर निवासी अखिलेश यादव को पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के मुकदमे में 27 अगस्त को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। उनके अलावा गुलरिहा के महराजगंज निवासी राजेश यादव सहित दो लोग पकड़े गए थे। सभी पर आरोप है कि गुलरिहा में हुए पुलिस मुठभेड़ में मारे गए विपिन सिंह को शरण दिया था। उसके साथ जुड़कर लाभ भी कमाया है। इसलिए पुलिस ने उनसे जुड़े अन्य लोगों की तलाश कर रही है।

घटना दो: एडवोकेट मर्डर में अरेस्ट हुए शरणदाता

16 अगस्त को गगहा एरिया के शिवपुर में एडवोकेट राजेश्वर पांडेय की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घास काटने के विवाद में हुए मर्डर में पुलिस ने मुख्य आरेापित सहित सभी को अरेस्ट कर लिया है। इस मामले में 26 अगस्त को पुलिस ने आरोपियों को संरक्षण देने के आरोप में सूरज और मजुरी के राजेश पांडेय को अरेस्ट किया।

इसलिए हो रही पुलिस

बदमाशों पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस कार्रवाई कर रही है।

शरण और संरक्षण मिलने से बदमाशों का मनोबल बढ़ता है।

टॉप लिस्ट बनाकर शरणदाताओं को चिह्नित किया जाएगा।

जमानत पर बाहर चल रहे बदमाशों पर लगातार पुलिस की नजर रहेगी।

जमानत निरस्त कराने के साथ-साथ जमानतदारों और संरक्षणदाताओं पर कार्रवाई

बदमाशों के शरणदाताओं की लिस्ट तैयार करने का निर्देश दिया गया है। किसी बदमाश के क्राइम करने पर शरणदाता को भी उसमें भागीदार मानकर कार्रवाई की जाएगी। शरणदाताओं का नाम भी बदमाशों के गैंग सूची में शामिल किया जाएगा। बदमाशों और उनके संरक्षणदाताओं के खिलाफ कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है।

जोगेंद्र कुमार, एसएसपी