- कूरियर कंपनी के कर्मचारियों से लूट के बाद हुआ खुलासा

- शाहपुर पुलिस और क्राइम ब्रांच कर रही थी तलाश

GORAKHPUR: शहर में कूरियर कंपनी के कर्मचारियों से पांच बदमाश लूटपाट करते थे। उनके तीन साथियों को पुलिस ने अरेस्ट करके लूट का सारा माल बरामद किया। पकड़े गए दो युवक खोराबार के एक पॉलीटेक्निक कॉलेज में फ‌र्स्ट ईयर के स्टूडेंट हैं। पकड़े गए युवकों को जेल भेजकर पुलिस उनके दो अन्य साथियों की तलाश कर रही है। रविवार को एसएसपी अनंत देव ने यह जानकारी दी। बताया कि मास्टर माइंड शिवेंद्र के पिता पूर्वोत्तर रेलवे के सीसीएस ऑफिस में कर्मचारी हैं। बदमाशों को पकड़ने वाली पुलिस टीम को एसएसपी ने पांच हजार का इनाम देने की घोषणा की है।

गोली मारकर सिरदर्द बने बदमाश

बेलीपार, दवहिया निवासी रवि श्रीवास्तव कूरियर सर्विस कंपनी में डिलीवरी ब्वॉय है। दो मार्च की दोपहर वह लैपटॉप की डिलीवरी देने कौआबाग कॉलोनी स्थित सीनियर सीनियर सेकेंड्री स्कूल के पास गया। लैपटॉप बुक कराने वाले एक युवक के साथ तीन लोग पहुंचे। रवि ने उनसे लैपटॉप के रुपए मांगे तो बदमाशों ने उस पर गोली दाग दी। रवि की सूचना पर पुलिस बदमाशों की तलाश में जुट गई। लैपटॉप बुक कराने वाले सुधीर पांडेय की तलाश में पुलिस बदमाशों तक पहुंच गई।

पुलिस चेकिंग में मिली कामयाबी

रविवार की दोपहर पुलिस ने दो बाइक सवार तीन युवकों को अरेस्ट किया। उनके पास से चोरी की बाइक और अवैध पिस्टल बरामद हुई। पूछताछ में युवकों की पहचान देवरिया जिले के मईल, भागलपुर निवासी शिवेंद्र उर्फ नंदन उर्फ रिशू, गौरी बाजार के बखरा निवासी सैयम अशद अंसारी उर्फ साजन, विक्की अंसारी उर्फ सैफ के रूप में हुई। विक्की और सैयम बिछिया हनुमान मंदिर के पास किराए के कमरे में रहते थे। जबकि शिवेंद्र अपने पिता कृष्णानंद के साथ आरपीएफ कॉलोनी में रहता था। शिवेंद्र और सैयम अशद खोराबार के एक पालीटेक्निक कॉलेज में मैकेनिकल ब्रांच के स्टूडेंट हैं। इंटर पास विक्की उनका पुराना परिचित है। तीनों ने पुलिस को बताया कि उनके दो साथी रवि और सोनू भी वारदातों में शामिल रहे। तारामंडल स्थित एक आईटीआई कॉलेज में रवि पढ़ता है।

शौकिया लूटपाट करते रहे पांच दोस्त

पूछताछ में तीनों ने बताया कि उन लोगों ने शौकिया लूटपाट की। सैयम के गांव के परवेज ने उनको पिस्टल दी। असलहा मिलने के बाद पांचों ने कूरियर कंपनी के कर्मचारियों से लूटपाट की योजना बनाई। शिवेंद्र ने फर्जी ई मेल आईडी जनरेट किया। फेंक आईडी पर मोबाइल नंबर देकर कूरियर कंपनी का सामान बुक कराया। सामान मंगाया और तमंचा दिखाकर लूट लिया। फिर यह उनकी आदत में शामिल हो गया। पकड़े गए बदमाशों ने आधा दर्जन लूटपाट और छिनैती की घटनाओं का खुलासा किया। बताया कि लूट के बाद वह बाइक का कलर और नंबर चेंज कर देते थे।

ऐसे देते रहे लूट को अंजाम

-24 नवंबर 2015 को 36-36 हजार का दो मोबाइल मंगाया। कंपनी कर्मचारी हरिश्चंद्र मिश्रा को डिलीवरी देने के लिए रेलवे स्टेडियम के पास बुलाया। तमंचा दिखाकर उससे दोनों मोबाइल लूटकर फरार हो गए। राह चलते दो बाइक लूटी।

-31 दिसंबर 2015 को छावनी रेलवे स्टेशन के पास से बाइक ले गए।

-26 जनवरी को 2016 को आर्मी पब्लिक स्कूल के पास डंडा मारकर राहगीर की बाइक लूट ली।

-2 मार्च 2016 को लैपटॉप की डिलीवरी लेने के लिए कूरियर कंपनी कर्मचारी को बुलाया। रुपए देने के बदले उसको गोली मारकर फरार हो गए।

इनको मिलेगा इनाम

एसएसपी ने कहा कि शाहपुर के एसओ आनंद प्रकाश शुक्ला, क्राइम ब्रांच सीआईयू टीम के प्रभारी राजेश कुमार मिश्र, एसआई अनिल उपाध्याय, कांस्टेबल कांस्टेबल सुभाष सिंह, राम विनय सिंह, मनीष सिंह, सत्य प्रकाश वर्मा, दुर्गेश मिश्र, राकेश यादव, विपेंद्र मल्ल, करुणापति और शशिकांत राय को सराहनीय काम के लिए पांच हजार रुपए का इनाम दिया जाएगा।

वर्जन

पॉलीटेक्निक करने वाले दो छात्र और उनके साथी लूटपाट कर रहे थे। पुलिस टीम ने उनको पकड़कर घटनाओं का खुलासा किया है। उनके पास लूट का माल भी बरामद हुआ।

-अनंतदेव, एसएसपी