बचपन में हो गई थी मां-बाप की मौत

शादी का कार्ड बांटकर लौट रहे थे जितेंद्र

GORAKHPUR: खलीलाबाद से शादी से कार्ड बांटकर घर लौट रहे गुलरिहा, शिवपुर सहबागजगंज निवासी रेलवे कर्मचारी जितेंद्रनाथ मिश्र की एक्सीडेंट में मौत हो गई। हादसे की सूचना से परिवार में कोहराम मच गया। 24 अप्रैल को जितेंद्र का तिलक चढ़ना था। युवक की मौत से शादी वाले घर में मातम पसर गया। पोस्टमार्टम के बाद युवक की डेड बॉडी घर पहुंची तो मोहल्ले के लोग भी रो पड़े। लोग उस मनहूस घड़ी को कोसते रहे जब जितेंद्र अपनी शादी का कार्ड बांटने घर से निकला था। बचपन में मां-बाप को खो चुके युवक की मौत से हर कोई व्यथित नजर आया।

पिता की जगह मिली थी नौकरी

आजमगढ़ जिले के लाटघाट, चऊकी बुजुर्ग निवासी जितेंद्रनाथ मिश्र के पिता महेंद्रनाथ रेलवे में थे। गोरखपुर में नौकरी के दौरान उन्होंने शिवपुर सहबाजगंज मोहल्ले में मकान बनवा लिया। दो बहनों आरती और पूजा के इकलौते भाई जितेंद्र बड़े होकर होकर मां-बाप का सहारा बन पाते। इसके पहले एक एक करके मां-बाप का साथ छूट गया। पिता की जगह उनको रेलवे में नौकरी मिल गई। रिश्तेदारों की मदद से कुछ दिन पूर्व जितेंद्र की शादी डेयरी कालोनी निवासी सुरेंद्र पांडेय की बेटी अंकिता से तय हुई थी। 24 अप्रैल को तिलक और 28 अप्रैल को शादी की डेट निर्धारित होने पर जितेंद्र न्यौता बांटने निकले।

कार्ड बांटकर घर लौट रहे थे जितेंद्र

रविवार की सुबह जितेंद्र खलीलाबाद में रहने वाले अपने मित्र को कार्ड देने गए। वहां से लौटते समय रास्ते में मगहर के पास उनकी कार की स्टेयरिंग फेल हो गई। बेकाबू कार डिवाइडर से टकराकर पलट गई। सिर में गंभीर चोट लगने से जितेंद्र की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने परिजनों को हादसे की सूचना दी। जितेंद्र के मौत की सूचना से घर में कोहराम मच गया। खलीलाबाद पहुंचे परिजन पोस्टमार्टम के बाद डेड बॉडी लेकर घर पहुंचे। राजघाट में जितेंद्र का अंतिम संस्कार कराया गया। चाचा गंगा मिश्र ने भतीजे की चिता को मुखाग्नि दी।