गोरखपुर (ब्यूरो)।ऐसा इसलिए कि मांगलिक कार्य करना शास्त्रों के अनुसार निषेध माना गया है। फिर अगले साल 2023 में 14 जनवरी के बाद 18 जनवरी से 28 जून तक विवाह के 35 शुभ लग्न होंगे। वहीं उपनयन संस्कार के 14 व मुंडन के 13 शुभ मुहूर्त निर्धारित किए गए हैं। खरमास से पहले अब विवाह का शुभ मुहूर्त मात्र 6 मुंडन के सिर्फ दो दिन बचे है।

वर्ष में दो बार होता है खरमास

ज्योतिष पंडित शरद चंद मिश्र के अनुसार 16 दिसंबर को धनु राशि में भगवान सूर्य के प्रवेश होने के कारण इस दिन से कोई भी मांगलिक कार्य नहीं किया जा सकेगा। यह अवधि 14 जनवरी तक रहेगा। इस वर्ष 15 जनवरी को मकर संक्रांति का त्यौहार मनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि 22 दिसंबर से 1 जनवरी तक सामान्य वर्षा व शीतलहर का योग भी है। जब भगवान सूर्य धनु या मीन राशि में प्रवेश करते हैं, तभी खरमास की स्थिति बनती है। सामान्य वर्षा में दो बार यहीं स्थिति होती है। प्राय: मार्च के प्रारंभ से अप्रैल के मध्य तक एवं दिसंबर के मध्य से जनवरी के मध्य काल तक प्रतिवर्ष होती है। इस अवधि में शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं।

खरमास के बाद विवाह का शुभ मुहुर्त 35 दिन

-जनवरी 18, 19, 22, 23, 25, 26, 27, 30

-फरवरी 1, 6, 8, 10, 15, 16, 17, 22, 24, 27

-मार्च 1, 6, 8, 9, 13

-मई 1, 3, 7, 10, 11, 12, 17, 21, 22, 26, 29, 31

नोट-इसमें दिन और रात के दोनों मुहूर्त हैं.

उपनयन संस्कार शुभ मुहूर्त 14 दिन

-जनवरी 26, 31

-फरवरी 1, 22, 24

-मार्च 1, 2, 3

-मई 1, 22, 24, 29, 30, 31

मुंडन संस्कार शुभ मुहूर्त 13 दिन

-जनवरी 23, 26, 27

-फरवरी 13, 10, 22, 23, 24

-जून 1, 2, 8, 21, 28