गोरखपुर (ब्यूरो)। इसके बाद चोर की तलाश शुरू होती है। पिछले 7 माह में गोरखपुर में 285 टू व्हीलर और 24 चार पहिया वाहन चोरी हुए। जिसमे से 35 टू व्हीलर और केवल 1 कार ही पुलिस बरामद कर पाई। पब्लिक की कार यानी राम प्यारी को खोजने में तो पुलिस पूरी तरह फेल साबित हुई है।

सबसे अधिक गोरखपुर में वाहन चोरी

जोन के पिछले सात माह के आकड़ों पर अगर गौर करें तो गोरखपुर में सबसे अधिक वाहन चोरी हुए हैं। यहां जनवरी 2023 से जुलाई तक 285 टू व्हीलर और 24 चार पहिया चोरी हुई है। वहीं वाहन चोरी के सबसे कम मामले श्रावस्ती जिले में आए हैं। यहां 17 टू व्हीलर चोरी हुए। जिसमें से 5 वाहन को पुलिस ने बरामद कर लिया। जोन के 11 जिलों में दो जिले माहराजगंज और श्रावस्ती में एक भी कार चोरी नहीं हुई है।

भागने का मिलता है पूरा मौका

वाहन चोरी की घटना के बाद चोरों को भागने का पूरा मौका मिलता है। घटना के बाद अधिकतर मामलों में पहले पुलिस सीसीटीवी कैमरे खंगालना, पूछताछ और जांच करती है। जांच पूरी होने के बाद चोरों की तलाश करती है। इससे चोरों को इतना समय मिल जाता है कि वह गोरखपुर से नेपाल, भूटान, म्यांमार और नागालैंड तक चोरी के वाहन आसानी से पहुंचा देते हैं।

बदल देते हैं नंबर

वाहन चोरी होने के बाद उसको खोज पाना इसलिए भी मुश्किल हो जाता है कि घटना के बाद चोर नंबर प्लेट चेंज कर देते हैं। यही नहीं उस नंबर के फर्जी कागज भी वह अपने पास रखते हैं। पुलिस तलाशी में भी वह चोरी के वाहन को आसानी से चकमा देकर लेकर निकल जाते हैं।

कबाड़ में भी बिकते हैं वाहन

वाहन चोरी की घटनाओं के कई खुलासे में यह बात अभियुक्तों ने बताई है कि वह गाड़ी चोरी कर उसे कबाड़ में बेच देते हैं। वाहन के अलग-अलग टूकड़े करके वह मार्केट में बेच देते हैं। अभी हाल ही में नौसड़ के पास से एक मैकेनिक पकड़ा गया। जो गाड़ी चोरी कर उसके पाट्र्स अलग-अलग कर बेचता था।

बरामद करने में आगे कुशीनगर

कुशीनगर पुलिस चोरी के वाहन खोजने में माहिर है। यहां सात माह में 143 टू व्हीलर चोरी हुए। जिसमे से 114 वाहन पुलिस ने बरामद भी कर लिए। वहीं यहां 7 फोर व्हीलर चोरी हुए हैं। जिसमें से 5 कार पुलिस ने बरामद भी कर लिया।

जोन के 11 जिले के वाहन चोरी का आकड़ा

जिला टू व्हीलर बरामद फोर व्हीलर बरामद

गोरखपुर 285 35 24 01

देवरिया 86 45 07 01

कुशीनगर 143 114 07 05

महाराजगंज 45 11 00 00

बस्ती 57 09 09 03

संतकबीर नगर 35 05 02 02

सिद्धार्थनगर 43 15 04 03

गोंडा 80 16 05 01

बलरामपुर 44 13 02 00

बहराइच 128 20 04 02

श्रावस्ती 17 05 00 00

चोरी गए वाहनों की तुलना में बरामद की संख्या बहुत कम है। इसे बढ़ाने के लिए नया प्लान तैयार किया जाएगा। जिसपर पुलिस चलकर चोरी के वाहनों को खोजने में सफल हो। वाहन चोर गैंग पर अंकुश लगाने के लिए कड़ी कार्रवाई करनी होगी।

- अखिल कुमार, एडीजी