- गोरखपुर में पहले भी हुई घटनाएं, फिर भी नहीं चेते लोग

- शादीशुदा की लाइफ में जहर घोलने लगा है मिस्ड काल का प्यार

गुलरिहा एरिया के रघुनाथपुर, मिरचाईन टोला में बुधवार की सुबह मर्डर करके फेंकी युवती की डेड बॉडी मिली। पुलिस ने जांच शुरू की तो उसकी पहचान हुई। देवरिया की रहने वाली 35 साल की युवती की शादी करीब 17 साल पूर्व हुई थी। उसके पति विदेश में रहकर कमाते हैं। युवती की एक बेटी 14 साल की है तो दूसरा बेटा भी है। युवती का मर्डर उसके 18 साल के 12वीं में पढ़ने वाले युवक ने कर दिया। दोनों के बीच करीब डेढ़ साल पूर्व मिस्ड काल से बातचीत शुरू हुई थी। लेकिन प्यार इस कदर परवान चढ़ा कि युवती को अपनी जान गंवानी पड़ी। वह अपने प्रेमी संग जहर खाकर जान देने पर अमादा थी। युवक ने पीछा छुड़ाने के लिए उसकी जान ले ली। आरोपित को पुलिस ने जेल भेज दिया। मर्डर करके उसने जहां पूरा कैरियर चौपट कर लिया। वहीं युवती के दोनों बच्चों सहित पूरा परिवार बर्बाद हो गया। जिले में सोशल मीडिया और मिस्ड काल के जरिए प्यार, तकरार और मर्डर के मामले पहले भी सामने आ चुके हैं। साइकालॉजिस्ट का कहना है कि अपनी फैमिली के मेंबर्स की अपेक्षा किसी दूसरे से भावानात्मक लगाव में लोग अंजाम की परवाह नहीं करते। इस वजह से ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं।

उस घटना को याद करके सिहर उठते हैं लोग

वर्ष 2016 के जनवरी माह की बात है। शाहपुर के बशारतपुर, अशोक नगर में एक महिला ने अपने प्रेमी संग मिलकर पति की हत्या करा दी। पति ने उसके बेटे को कत्ल करने से इंकार किया तो महिला ने बच्चे को गोद बिठाकर उसका खुद गला दिया। एक इंस्पेक्टर के परिवार में हुई इस घटना से पूरा शहर दहल उठा। सोशल मीडिया के जरिए एक बच्चे की मां ने प्रेमी से संपर्क किया। मिस्ड काल मारकर दोनों ने एक दूसरे को नंबर दिया। उनके बीच बातचीत शुरू होने पर वह गोरखपुर आकर अपनी प्रेमिका से मिलने लगा। बात इतनी बढ़ गई कि महिला ने पहले प्रेमी संग मिलकर पति को मार डाला। फिर अपने हाथों से बच्चे का गला घोंटकर जान ले ली। आरोपित महिला और उसका प्रेमी जेल में हैं। चार साल बाद भी लोग इस घटना को याद करके सिहर उठते हैं। इस घटना में पूरा परिवार तबाह हो गया।

इंजीनियर की हत्या कराकर फेंक दी डेड बॉडी

मिस्ड कॉल के जरिए देवरिया निवासी इंजीनियर से प्रेम संबंध बनाने वाली कैंट एरिया की युवती ने परिजनों से संग मिलकर उसकी जान ले ली। युवक की डेड बॉडी सहजनवां एरिया में बरामद हुई। जांच में सामने आया कि एक मिस्ड कॉल से युवक का प्रेम संबंध हुआ था। चेन्नई में जॉब करने वाला युवक अपनी माशूका से मिलने पहुंचे तो घर वालों संग मिलकर उसने हत्या करके युवक की डेड बॉडी सहजनवां एरिया में फेंक दी। 28 जून 2016 को युवक की डेड बॉडी मिलने पर पुलिस ने छानबीन की तो राजफाश हुआ। इस घटना में युवती और उसके परिवार के लोग जेल चले गए। होनहार इंजीनियर बेटे को खोकर युवक का परिवार भी बदहवास हो गया।

तंग आकर मासूका का मर्डर कर जंगल में फेंका

वर्ष 2018 के मई माह में कैंपियरगंज एरिया में एक महिला की डेड बॉडी मिली। उसका मर्डर प्रेमी ने ही किया था। मिस्ड काल के जरिए ही उनके बीच प्रेम संबंध हुआ था। एक दिन गलती से आई मिस्ड काल पर काल बैक करने के बाद बातचीत शुरू हुई। महिला का पति परदेस में रहकर नौकरी करता था। महिला से बातचीत बढ़ने पर दोनों एक दूसरे से मिलने लगे। इसकी जानकारी जब युवक को हुई तो उसने दवा कराने के बहाने महिला की हत्या करके डेड बॉडी को जंगल में फेंक दिया। पकड़े जाने पर उसने बताया कि महिला कई लोगों को मिस्ड काल मारकर उनसे संबंध बना रही थी। युवक को पुलिस ने जेल भेज दिया। लेकिन घटना में महिला की फैमिली बर्बाद हो गई।

महिला थाना पर आती शिकायत

महिला थाना पुलिस से जुड़े लोगों का कहना है कि पति और पत्‍‌नी के बीच झगड़ों के मामलों में ज्यादातर मोबाइल फोन पर बात करने से संबंधित शिकायत रहती हैं। दोनों पक्षों के सामने आने पर पता लगता है कि पति या पत्‍‌नी, दोनों में से कोई एक किसी अन्य ने मोबाइल पर बात करता है। सोशल मीडिया पर चैटिंग करने को लेकर अक्सर झगड़ा होता है। ऐसे मामलों को समझा बुझाकर शांत कराया जाता है। अंजान नंबर से बातचीत से बचने की सलाह दी जाती है।

तमाम ऐसे मामले पहले भी सामने आ चुके हैं। आमतौर पर ऐसा तब होता है जब पति-पत्‍‌नी एक दूसरे को इग्नोर करने लगते हैं। किसी से जरा सा भावानात्मक जुड़ाव होने पर वो एक दूसरे के करीब आ जाते हैं। इन परिस्थितयों में लोकलाज सहित सभी बंदिशें टूट जाती है। बात आगे बढ़ने पर इसके भयानक परिणाम सामने आते हैं।

डॉ। प्रतिभा, सोशियोलॉजिस्ट

एडल्ट के लिए बायोलाजिकल नीड्स होती हैं। यह एक बायोलॉजिकल ड्राइव है। कुछ लोग इस पर नियंत्रण पा लेते हैं। लेकिन ज्यादातर मामलों में लोग बायोलॉजिकल ड्राइव के कारण ही एक- दूसरे के समीप आ जाते हैं। ऐसे में इसके परिणाम आगे चलकर घातक हो जाते हैं।

डॉ। धनंजय कुमार, साइकोलॉजिस्ट