गोरखपुर (ब्यूरो).हाल के दिनों में एसपी सिटी ने जेल में विजिट करके बदमाशों के बारे में जानकारी ली। पिछले तीन माह के भीतर करीब 10 बदमाश पुलिस की गोली से घायल होकर जेल पहुंचे हैं। उन सभी को एक साथ बैरक में रखा गया है जिसे जेल में छेदहिया बैरक नाम दे दिया गया है। लेकिन घायल हुए बदमाशों को सभी बैरकों में शिफ्ट किया जाएगा। पुलिस की योजना है कि वह जेल के अन्य बंदियों से जाकर मिलेंगे। उनसे क्राइम न करने की अपील करेंगे। साथ ही अपने एनकाउंटर के बाद सामने आई दिक्कतों की कहानी भी बताएंगे।
जेल में होगी वर्कशॉप, बदलाव की होगी कोशिश
एसपी सिटी का कहना है कि जेल में वर्कशॉप ऑर्गनाइज की जाएगी। बंदियों को क्राइम छोडऩे के लिए प्रेरित किया जाएगा। एनकाउंटर में घायल बदमाश उनको बताएंगे कि पुलिस की गोली लगने के बाद क्या-क्या प्रॉब्लम सामने आई है? उनको किस तरह की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। इसका असर दूसरे बदमाशों पर पड़ेगा जो जल्द ही जमानत पर छूटने वाले हैं।
आधा दर्जन एनकाउंटर, 10 बदमाशों को लगी गोली
गोरखपुर पुलिस ने करीब तीन माह में करीब छह एनकाउंटर किए जिसमें 10 बदमाशों के पैरों में घुटने से नीचे गोली लगी है। सभी को जेल के पुराने बदमाशों के बैरक में रखा गया है। कुछ दिन पूर्व जब एसपी सिटी जेल में पहुंचे थे तो कई बदमाशों ने कहा था कि वह जमानत पर छूटने के बाद कोई क्राइम नहीं करेंगे। इसलिए यह प्लान तैयार किया गया है।
जेल में बंद बदमाशों के लिए वर्कशॉप ऑर्गनाइज की जाएगी। एनकाउंटर में घायल हुए बदमाशों को अलग-अलग बैरकों में रखा जाएगा। उनके जरिए सभी से दोबारा क्राइम न करने की अपील की जाएगी।
कृष्ण कुमार विश्नोई, एसपी सिटी