- आई नेक्स्ट की खबर के बाद जागा एनएचएआई, कंट्रक्शन कंपनीज को रोड रिपेयरिंग के लिए नोटिस जारी

- गोरखपुर-वाराणसी मार्ग पर गड्ढों की हालात को लेकर 31 अगस्त को पब्लिश हुई थी न्यूज

- आज से शुरु होगा एनएच-29 पर रिपेयरिंग का काम

GORAKHPUR : गोरखपुर-वाराणसी मार्ग एनएच-29 की हालत पर अब जिम्मेदारों की निगाह पड़ गई है। आई नेक्स्ट की खबर 'गोरखपुर-वाराणसी मार्ग पर चालीस करोड़ के गड्ढे' पब्लिश होने के बाद नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने मामले को सीरियसली लिया है। इस मामले में एनएचएआई के ऑफिशियल्स ने जहां कांस्ट्रक्शन कंपनियों को नोटिस देते हुए तत्काल रोड को दोबारा बनवाने के निर्देश दिए हैं। वहीं सड़क पर गड्ढों की हालात का जायजा लेने के लिए इंजीनियर्स की टीम को भी रवाना कर दिया गया। थर्सडे से इस रोड पर टेंप्रेरी रिपयरिंग का काम भी शुरु कर दिया जाएगा ताकि इस सड़क पर हो रही दुर्घटनाओं पर लगाम लगाई जा सके, वहीं गाडि़यों को भी कोई प्रॉब्लम न हो। एनएचएआई ने बरसात खत्म होते ही रूट की फाइनल रिपयरिंग कराने के निर्देश जारी किए हैं।

आई-नेक्स्ट ने उठाया था मुद्दा

गोरखपुर-वारणासी मार्ग एनएच-29 पर गड्ढों की भरमार है। आए दिन यहां हादसे हो रहे हैं और जिम्मेदार चुप्पी साधे हुए बैठे हैं। जब आई नेक्स्ट ने इस मामले में इनवेस्टिगेशन की, तो बड़े ही चौंकाने वाले मामले सामने आए। आई नेक्स्ट की इनवेस्टिगेशन में यह पता चला किया इस रोड को रिपेयर करने में एक-दो नहीं बल्कि पूरे 40 करोड़ रुपए खर्च कर दिए गए, लेकिन उसके बाद भी उन रोड्स की हालत जस की तस थी और जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे नजर आ रहे थे। इसको लेकर 31 अगस्त के एडिशन में 'वारणासी मार्ग पर 40 करोड़ के गड्ढे' हेडिंग से न्यूज पब्लिश की गई। जिसके बाद एनएचएआई ऑफिशियल्स हरकत में आए।

इंजीनियर्स की टीम्स ने किया सर्वे

वेंस्डे को इस मामले में एनएचएआई ऑफिशियल्स के निर्देश पर पीके श्रीवास्तव के नेतृत्व में इंजीनियर्स की एक टीम एनएच-29 पर सर्वे करने पहुंची। इस दौरान उन्होंने गोरखपुर सिटी से बेलीपार, डंवरपार, मंझगांवा, बड़हलगंज आदि एरिया का सर्वे किया गया। सर्वे के दौरान पीके श्रीवास्वत ने बताया कि पानी के कारण इस सड़क पर जगह-जगह सकड़ों पर पड़े पत्थर उखड़ने लगे है। इस सड़क पर मार्केट वाली एरिया में सड़क ज्यादा खराब है। इसकी वजह बारिश के साथ ही नालियों का पानी ड्रेनेज न होने से सड़कों पर आ रहा है। इसकी वजह से सड़क के तारकोल कट जा रहे हैं और सड़कों के पत्थर उखड़ने लगे हैं।

इस मामले के संज्ञान में आते ही कांस्ट्रेक्शन कंपनियों को नोटिस दे दिया गया है। इंजीनियर्स की एक टीम सर्वे के लिए भी गई है। थर्सडे से इस सड़क पर टंप्रेरी रिपेयरिंग कराकर इस सड़क की हालत पूरी तरह सही कर दी जाएगी। चूंकि बरसात के कारण हॉट मिक्स प्लांट नहीं चल सकता और रॉ मैटेरियल भी बारिश से गीले है, इसलिए बरसात खत्म होते ही इसकी फाइनल रिपेयरिंग करा दी जाएगी।

एके कुशवाहा, डायरेक्टर, एनएचएआई