- नए निर्माण पर रोक, सिर्फ गड्ढा भरने और नालियों की रिपेयरिंग के लिए मिली परमिशन

- नगर निगम की कार्यकारिणी की मीटिंग में हुआ फैसला

- चौराहों का सौंदर्यीकरण न करने वाली फर्म की होगी छुट्टी नए को मौका

GORAKHPUR: गोरखपुर शहर के विकास की गाड़ी अब रिपेयरिंग के सहारे चलेगी। विकास के नए काम नहीं होंगे, जबकि सड़कों के गड्ढे और टूटी नालियों को दुरुस्त कराया जाएगा। गुरुवार को नगर निगम बोर्ड की बैठक में निगम की हालत को देखते हुए नए निर्माणों पर फिलहाल रोक लगा दी गई है। वहीं कार्यकारिणी ने रिपेयरिंग के वर्क को परमिशन दी है। मेयर सीताराम जायसवाल की अध्यक्षता में ऑर्गनाइज हुई मीटिंग में कई अहम मुद्दों पर डिस्कशन किया गया और सर्वसम्मित से अहम फैसले किए गए। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए ऑर्गनाइज हुई यह मीटिंग दोपहर तीन बजे सदन हॉल में ऑर्गनाइज हुई। मीटिंग में विभागीय अधिकारी और कार्यकारिणी मेंबर्स मौजूद रहे।

नगर आयुक्त को फंड की जिम्मेदारी

कार्यकारिणी ने निर्माण विभाग के प्रस्तावित कामों पर काफी डिस्कशन के बाद फैसला किया। नगर निगम के वित्तीय स्थिति को ध्यान में रखते हुए नगर निगम निधि से हर वार्ड में सिर्फ बहुत जरूरी काम कराने पर ही सहमति बनी। इसमें भी क्रास नाली, सड़क में गड्ढे और लीकेज जैसी प्रॉब्लम को दूर करने के लिए ही हरी झंडी मिल सकी। इसके लिए फंड रेज करने की जिम्मेदारी नगर आयुक्त को सौंपी गई। वहीं पार्षदों के प्रस्ताव पर कराए गए कामों का पेमेंट तत्काल करने के लिए भी निर्देश दिए गए। स्वास्थ्य विभाग के कामों पर डिस्कशन हुआ। इसमें सभी संतुष्ट नजर आए और कहा गया कि इसी मुस्तैदी के साथ सफाई व्यवस्था चुस्त-दुरूस्त रखी जाए। सोडियम हाइपो क्लोराइड के छिड़काव के लिए एक टैंकर मगाया जाए।

गरीबों से नहीं लिया जाएगा शुल्क

शवदाह गृह को लेकर भी कार्यकारिणी में मंथन हुआ। इसमें सर्व सम्मति से वहां की जिम्मेदारी शवदाह गृह निर्माण कराने वाली फर्म को देने पर मुहर लगा दी गई। इसमें यह फैसला किया गया कि जो बहुत गरीब हैं, उनसे फर्म किसी तरह का कोई चार्ज न ले, जबकि जो लोग देने योग्य हैं, उनसे सफाई और दूसरे निर्धारित मदों में मिनिमम शुल्क लिया जाए। इसके लिए पहले मौखिक सहमति दी जा चुकी थी, उसी को कार्यकारिणी ने अनुमोदित कर दिया। वहीं राजघाट स्थित नवीन शवदाह गृह के पास नदी का जलस्तर बढ़ने की वजह से पानी लगा हुआ है, जिसमें दाह संस्कार के बाद अस्थी प्रवाह के स्थल पर बैरिकेटिंग कर उसे सिक्योर किए जाने का फैसला भी किया गया।

यह भी हुए फैसले -

- जिन चौराहों का सौन्दर्यीकरण अधूरा है या संबंधित फर्म ठीक तरीके से उसे डेवलप नहीं कर पा रही हैं, उनका अनुबंध निरस्त करते हुए नई फर्म को मौका दिया जाए।

- पथ प्रकाश विभाग व जलकल विभाग के प्रस्ताव पर कार्यवाही के लिए फैसला किया गया।

- नगर निगम, गोरखपुर के विज्ञापन पर अनुज्ञा शुल्क का निर्धारण व वसूली के सम्बन्ध में प्रस्ताव आंशिक संशोधन के साथ स्वीकृत किया गया।

- नगर निगम कैंपस में लगाए जा रहे आरओ एटीएम प्लांट का इंस्टॉलेशन निरस्त कर दिया गया।

- 2700 कुंतल जलौनी लकड़ी लोक निर्माण विभाग द्वारा निर्धारित दर पर आपूíत की स्वीकृति प्रदान की गई।

- सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट की स्थापना के लिए भूमि खरीदने के संबंध में नियमानुसार कार्रवाई के लिए फैसला किया गया।

- ट्री-गार्ड पर प्रचार-प्रसार के लिए निर्धारित दर में संशोधन करते हुए सदन में प्रस्ताव रखने का निर्देश दिया गया।

- नगर निगम की दूकानों पर अवैध कब्जे को जल्द हटाकर ऑक्शन की सूचना भेजकर अलॉटमेंट कराए जाने पर सहमति बनी।

- हाउस टैक्स, वॉटर टैक्स और सीवर टैक्स वसूली में सख्ती बरतते हुए सेंट परसेंट वसूली के निर्देश दिए गए।

- इस साल भी कंबल खरीदने पर सहमति बनी।