- शहर से 13 किमी। दूर देवरिया रोड पर छह एकड़ में बनेगा कांजी हाउस

- रोड पर आवारा पशुओं के हमले में कई लोगों की हो चुकी है मौत

GORAKHPUR: शहर में किसी भी रोड पर निकलिए, आवारा पशुओं से सामना हो ही जाएगा। इसके साथ ही दिमाग में वे घटनाएं कौंध जाती हैं, जिनमें आवारा पशुओं के हमले से कभी किसी की मौत हो गई तो कभी कोई घायल होकर अस्पताल पहुंच गया।

जिससे इन आवारा पशुओं से किसी तरह रोड पर बचकर निकलने की लोग कोशिश करते हैं। लेकिन, जल्द ही यह मुश्किल दूर हो जाएगी। शहर से 13 किमी दूर देवरिया रोड पर छह एकड़ की जमीन पर नगर निगम कांजी हाउस बनवाने जा रहा है, जिसके प्रस्ताव की फाइल डीएम के पास भेज दी गई है।

अभी यमराज बने घूमते हैं जानवर

नगर निगम एरिया में डेली लगभग लगभग नौ हजार आवारा जानवर सड़कों पर घूमते हैं। इनमें कई काफी खतरनाक हैं जो किसी के सामने आते ही हमला बोल देते हैं। इनको पकड़ने की जिम्मेदारी नगर निगम की है लेकिन मानक के हिसाब से कांजी हाउस नहीं होने के कारण मुश्किल है कि इन्हें रखा कहां जाए? जब भी किसी आवारा जानवर को पकड़ने के लिए नगर निगम अभियान शुरू करता है, शहर के कुछ संगठन यह कहते हुए विरोध कर देते हैं कि 50 जानवर रखने की जगह वाले वर्तमान कांजी हाउस में इतने जानवर कैसे रख सकते हैं? इस कारण नगर निगम को बैक हो जाना पड़ता है।

यहां बनेगा कांजी हाउस

शहर से लगभग 13 किमी देर करजहां गांव है। इसके पश्चिमी झरवा के पास लगभग छह एकड़ की चारागाह की जमीन खाली पड़ी हुई है। इसी जमीन को कांजी हाउस के लिए चिन्हित कर नगर निगम ने डीएम के पास प्रस्ताव भेजा है। यह सीलिंग की जमीन है।

बस परमिशन चाहिए

नगर आयुक्त बीएन सिंह का कहना है कि योजना का प्रस्ताव बोर्ड के सामने भी रखा गया है। इस योजना की फाइल जिला प्रशासन के पास भेज दी गई है। वहां से परमिशन मिलते ही नगर निगम इस पर कार्य शुरू कर देगा। लखनऊ की एक संस्था गोरखपुर में कार्य करने के लिए तैयार है। संस्था का कहना था कि अगर जमीन चारागाह वाली और नदी के किनारे की हो तो बहुतच्ही अच्छा होगा। इस हिसाब से यह जमीन फिट है। जमीन चारगाह वाली होने के साथ ही साथ तुर्रा नाले के किनारे है।

आवारा पशुओं के हमले की घटनाएं

- सितंबर 2014 में सांड़ के हमले में बेतियाहाता के एक व्यक्ति का पैर टूट गया

- अक्टूबर 2015 में गांधी गली में राम बाबू नामक नौकर को सांड़ ने अधमरा कर दिया।

- 19 जनवरी 2015 में बसंतपुर निवासी बाबूलाल की सांड़ के हमले से मौत

- 26 जनवरी 2015 को घंटाघर में ओंकार और मंटू को सांड़ ने किया घायल

- 28 जनवरी को दीवान बाजार निवासी सुशील श्रीवास्तव की सांड़ के हमले से मौत

- 2 फरवरी को रेलवे स्टेशन पर सांड़ ने एक व्यक्ति को गंभीर रूप से किया घायल

- 11 फरवरी को निजामपुर के डॉ। मिर्जा बेग के घर की छत पर चढ़ी गाय

- मार्च में शिवपुर सहबाजगंज के राजेश सिंह को सांड़ ने किया घायल

- अगस्त 2016 में सांड़ के हमले से कूड़ाघाट के एक व्यापारी की मौत

- मार्च 2017 में राजेंद्र नगर एरिया में आधा दर्जन से अधिक लोग घायल

शहर में इतने आवारा जानवर

नगर निगम वास्तविक संख्या

आवारा जानवर 1829 5000

पालतू जानवर 1768 4000

गधे 36 200 से अधिक

डेयरी 277 300

वर्जन