- शनिवार की सुबह आम के पेड़ से लटकती मिली डेड बॉडी

- गुलरिहा एरिया के मंगलपुर, जगदीशपुर दक्षिणी में हुई घटना

गुलरिहा एरिया में शनिवार की सुबह पेड़ की डाल से लटकती सीनियर सिटीजन की डेड बॉडी मिली। गमछे के फंदे से डेड बॉडी झूल रही थी। डेड बॉडी की पहचान मंगलपुर, जगदीशपुर दक्षिणी टोला निवासी बद्री के रूप में हुई। शुक्रवार की रात घर में भोजन की बात को लेकर हुई कलह में बद्री घर से निकल गए थे। रात में उनके बेटों ने तलाश नहीं की, सुबह उनकी डेड बॉडी मिली। आसपास के लोगों ने पुलिस को बताया कि बद्री के पांच बेटे अलग-अलग रहते हैं। उनके बीच माता और पिता को एक-एक महीने भोजन कराने का समझौता हुआ था। लेकिन इसी बात को लेकर आए दिन विवाद होता रहता था। शुक्रवार की रात भी जब कहासुनी हुई तो पिता ने बेटों से कह दिया कि रोज-रोज की किच-किच से मर जाना ही अच्छा है।

मां-बाप को भोजन कराने के लिए बांधी पारी

पुलिस का कहना है कि गरीबी में किसी तरह से पांच बच्चों का पालन करने वाले बद्री को उम्मीद थी कि उनके पांच बेटे रुदल, आल्हा, मलखा, महोबी और गोली बड़े होकर सहारा बनेंगे। लेकिन जब बच्चे कमाने लायक हुए तो बद्री को आराम मिलने के बजाय टेंशन मिलने लगी। इसलिए वह बच्चों से दूर एक प्रधानमंत्री आवास में रहने लगे। मां- बाप को भोजन की प्रॉब्लम न हो। इसलिए बेटों ने आपस में तय कर लिया कि एक-एक महीने सभी लोग बारी-बारी से भोजन कराएंगे। लेकिन इस व्यवस्था के बाद भी फैमिली में कलह कम नहीं हुई। रोजाना भोजन की बात को लेकर विवाद होने लगा।

नाराज होकर घर से निकले, सुबह पहुंची मौत की सूचना

शुक्रवार की रात भी खाना खाने की बात पर झगड़ा हुआ तो बद्री नाराज होकर निकल गए। उनकी तलाश में पत्नी भी पीछे से चली गईं। लेकिन किसी बेटे ने पिता की तलाश करने की जहमत नहीं उठाई। इसके पहले भी बद्री दो बार घर से नाराज होकर जा चुके थे। इसलिए बेटों और बहुओं को लगा कि वह इस बार भी जल्द ही घर लौट आएंगें। लेकिन शनिवार की सुबह उनके मौत की सूचना घर पहुंची। कुछ देर बाद बद्री की पत्नी भी घर आ गईं। उन्होंने पुलिस को बताया कि उनके पति दो बार पहले टिकरिया की तरफ गए थे। इसलिए वह उधर ही उनकी तलाश में निकलीं। रात ज्यादा होने पर मंदिर के चबूतरे पर सो गई।

पेड़ की डाल से लटकती हुई डेड बॉडी मिली थी। मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। गांव के लोगों ने बताया है कि घर में भोजन की बात को लेकर विवाद हुआ था।

रवि कुमार राय, एसएचओ, गुलरिहा