गोरखपुर (ब्यूरो)। एसडीएम, तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर बातचीतकर जाम हटाने का प्रयास किया। तीन घंटे बाद परिजन को एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता मिलने के बाद ग्रामीण माने और सिकरीगंज पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

अनियंत्रित हो गई डंपर

उसरैन के रहने वाले रामहित का घर सड़क किनारे हैं। रविवार को उनकी पत्नी लौंगा देवी किसी कार्य से बाहर गई थी। काम समाप्त होने के बाद वापस सड़क किनारे से घर जा रही थी। इसी दौरान महदेवा की तरफ से आ रही सिक्स लेन निर्माण में लगी डंपर अनियंत्रित हो गई और लौंगा को टक्कर मार दी। मौके पर ही उनकी मौत हो गई। घटना से नाराज परिजन और ग्रामीणों ने डंपर और चालक को पकड़कर पुलिस को सिपुर्द कर दिया। शव बीच मार्ग पर रखकर जाम कर दिया। एसडीएम खजनी राजू कुमार और तहसीलदार दीपक गुप्ता ग्रमीणों को समझाने का प्रयास किए लेकिन वह नहीं माने। उधर, लंबे जाम को देखते हुए पुलिस ने रूट डायवर्ट कर गोखपुर से आने वाले वाहनों को महदेवा बाजार से अंदर के रास्ते ढेबरा हाटा मार्ग पर भेजा गया।

सिक्सलेन बनाने वाली कंपनी के द्वारा महिला के परिजन को एक लाख रुपए की आर्थिक मदद दी गई। जाम समाप्त हो गया है।

मनीष यादव, थाना प्रभारी