गोरखपुर (ब्यूरो)।वास्तव में स्वस्थ और सुखी रहने के सारे मूलमंत्र हमारी सभ्यता, संस्कृति और वेद-पुराण में पहले से ही मौजूद थे, अंतर इतना है कि हम अब उन पर शोध कर परिवर्तन की बात कह रहे हैं। ये बातें एम्स नई दिल्ली में कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ। पुनीत मिश्रा ने गोरखपुर एम्स में चल रहे 26वीं आईएपीएसएम यूपी-उत्तराखंड चैप्टर के दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार के दौरान समूह चर्चा में कही।

जानवरों से इंसान में आ रहीं बीमारियां

डॉ। पुनीत ने कहा कि दुनिया में तमाम ऐसी बीमारियां हैं जो जानवरों से इंसानों में आती हैं। आज देश भर के कई संस्थान इस विषय पर रिसर्च कर रहे हैं। भारतीय संस्कृति में पहले से ही मनुष्य और जीव जगत के बीच एक भावात्मक रिश्ता कायम रखा गया है। हमारे यहां तो तुलसी पत्र तोडऩे से पहले हाथ जोड़कर अनुमति मांगने का रिवाज है। इसके पीछे का उद्देश्य यही है कि पेड़-पौधे और सभी प्रकार के जीव मनुष्य जितने ही महत्वपूर्ण हैं। जब तक हमारे देश में इन सबका पालन होता रहा, बीमारियों का असर भी कम रहा। अब फिर हमें अपने उसी पुराने मूल्यों व सिद्धांतों पर गौर करना होगा।

एक-दूसरे से जुड़े हैं सभी

एम्स की कार्यकारी निदेशक डॉ। सुरेखा किशोर ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि हम हर बीमारी को इंसान या जानवर के बजाय संपूर्ण सृष्टि पर उसके पडऩे वाले प्रभाव के व्यापक संदर्भ में देखें। क्योंकि मनुष्य, जानवर और पेड़ पौधे एक दूसरे से जुड़े हैं। जब सभी स्वस्थ रहेंगे, तभी हमारा संसार आगे बढ़ेगा। प्राकृतिक असंतुलन के चलते सभी प्रभावित होंगे। वन नेशन वन हेल्थ प्रोग्राम और जूनोटिक डिजीज पर रिसर्च कार्य भी इसी का एक हिस्सा है। आईएपीएसएम यूपी-उत्तराखंड के सचिव डॉ। मनीष कुमार सिंह ने दो दिवसीय आयोजन के लिए एम्स प्रशासन को बधाई देते हुए कहा कि अगला सम्मेलन गवर्मेंट मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी में होगा। डॉ। आनंद मोहन दीक्षित ने सभी प्रतिभागियों के प्रति आभार जताया।

प्रतिभागियों को किया गया पुरस्कृत

समापन कार्यक्रम से पूर्व दो दिवसीय सेमिनार के अंतर्गत हुई विभिन्न प्रतियोगिताओं के प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया गया। सेमिनार में 59 प्रतिभागियों ने ओरल प्रेजेंटेशन दिया, जिनमें से डॉ। विदुषी गहलोत व डॉ। मुकेश शुक्ला को प्रथम, डॉ। अरनीदास को द्वितीय और डॉ। लाल दिवाकर सिंह को तृतीय स्थान मिला। पोस्टर प्रजेंटेशन में 35 लोगों ने प्रतिभाग किया। इसमें डॉ। पूजा पाठक को प्रथम, डॉ। नितेश कुमार यादव को द्वितीय और डॉ। आयुषी गोयल को तृतीय स्थान मिला। क्विज प्रतियोगिता में डॉ। अभिलाष व डॉ। विदुषी वर्मा को प्रथम, डॉ। अमित कुमार व डॉ। पलक गोयल को द्वितीय और डॉ। ज्योति कुमारी व डॉ। अरुणिमा को तृतीय स्थान मिला।