गोरखपुर (ब्यूरो)। डॉक्टर्स ने बताया कि उसके बाएं हाथ की दोनों हड्डी टूट गई थीं। ऑपरेशन कर नेलिनिंग की गई और रॉड डाली गई। वह पूरी तरह से स्वस्थ और बात कर रहा है। जेल प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा में मुर्तजा को जिला अस्पताल के प्राइवेट वार्ड में रखा है।

आर्थो सर्जन डॉ। राकेश कुमार ने बताया, करीब 1 घंटे 15 मिनट ऑपरेशन चला। ऑपरेशन सक्सेजफुल रहा। वह हाथ भी चला रहा है। वह 24 घंटे आब्जर्वेशन में रखा जाएगा। गुरुवार को फिर उसका चेकअप किया जाएगा। यदि इस दौरान उसकी स्थिति ठीक रहेगी तो उसे जेल भेजने पर विचार किया जाएगा।

एक्सरे में नहीं जुड़ी थी हड्डी

बता दें, 16 अप्रैल को रिमांड खत्म होने के बाद मुर्तजा को जेल भेजा गया। हाथ की हड््डी टूटने पर प्लास्टर किया गया, लेकिन उससे सुधार नहीं हो रहा था। वह लगातार दर्द की शिकायत कर रहा था। एक्सरे में पता चला कि उसकी हड्डी जुड़ नहीं रही है। औपचारिकताएं पूरी कर मंगलवार को जेल प्रशासन ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया।

अस्पताल में तैनात है भारी फोर्स

अस्पताल में एक सीओ, एक इंस्पेक्टर, 4 दरोगा, 15 सिपाहियों की टीम उसकी सुरक्षा में लगी है। मुर्तजा की फोटो लेने व किसी से मिलने से मना किया गया है। पूरी तरह से जेल मैनुअल का पालन हो रहा है। मंगलवार की दोपहर 12 बजे से लेकर बुधवार की 3 बजे तक उससे मिलने उसके घरवाले नहीं आए थे। ऑपरेशन के दौरान भी उसके घरवाले नहीं रहे। डॉ। अब्बासी को पूछताछ के लिए एटीएस ने भेजा नोटिस

अहमद मुर्तजा अब्बासी के चाचा डॉ। खालिद अब्बासी को एटीएस ने पूछताछ के लिए फिर नोटिस भेजा है। कैंट थाने की पुलिस के जरिए नोटिस रिसीव कराया गया है। वहीं, नोटिस मिलने के साथ ही डॉ। अब्बासी ने फिर उम्र का हवाला देकर गोरखपुर में ही पूछताछ के लिए एटीएस से आग्रह किया है।