- सिटी के प्राइवेट स्कूल्स में चल रहा है एडमिशन का सिलसिला

- अच्छे स्कूल के लिए शिक्षा विभाग से लेकर डीएम ऑफिस तक जुगाड़ तलाश रहे पैरेंट्स

GORAKHPUR: स्कूल एडमिशन सीजन में सिटी के पैरेंट्स एक्टिव हो गए हैं। लाडले को अच्छे से अच्छे स्कूल में एडमिशन मिल सके इसकी जद्दोजहद चल रही है। जिनके बच्चे का नाम एंट्रेंस में न आ सका वे तो बाकायदा शिक्षा विभाग से लेकर डीएम ऑफिस तक जुगाड़ तलाश रहे हैं। कूड़ाघाट निवासी ललित व नम्रता को ही ले लीजिए। वे इन दिनों मायूस हैं, क्योंकि दोनों ने अपने लाडले के दाखिले के लिए बहुत मेहनत की थी लेकिन बच्चे का एडमिशन अच्छे स्कूल में नहीं हो सका। नम्रता ने जहां अपने बच्चे के दाखिले के लिए खुद की पर्सनाल्टी में चेजिंग लाने के साथ-साथ इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स किया। तो वहीं, ललित ने भी बच्चे के ब्रांडेड स्कूल में एडमिशन के लिए सिटी के कई स्कूल्स के फार्म खरीदे थे। अब ललित जुगाड़ खोजने में लगे हैं। कोशिश है कि बस किसी तरह लाडले को बढि़या स्कूल नसीब हो जाए।

करते हैं हर जतन

दिसंबर माह से ही सिटी के स्कूल्स में एडमिशन का सिलसिला शुरू हो जाता है। लाडले को बेहतर पढ़ाई का माहौल मिल सके, इसके लिए पैरेंट्स भी अपने बच्चे के दाखिले के लिए कहीं से चूकते नहीं हैं। एक तरफ जहां मां अपने बच्चे के दाखिले के लिए खुद को अपग्रेड करती हैं और पर्सनाल्टी में चेजिंग लाती हैं। वहीं पिता भी मंहगे स्कूलों से हजारों रुपए खर्च कर आवेदन फॉर्म खरीदने से गुरेज नहीं करते। लेकिन तमाम पैरेंट्स की उम्मीद तब टूट जाती है जब बच्चे का किसी मनमाफिक स्कूल में एडमिशन नहीं हो पाता। ऐसा ही कुछ नजारा इन दिनों सिटी में दिख रहा है।

नहीं आया लिस्ट में नाम तो क्या करें

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट रिपोर्टर मंगलवार को जब सिटी के कुछ स्कूलों में पहुंचा तो पैरेंट्स अपने बच्चे के दाखिले के लिए स्कूल मैनेजमेंट के डायरेक्टर से लगाए प्रिंसिपल तक गुहार लगाते दिखे। कुछ ऐसे भी पैरेंट्स आपस में चर्चा करते मिले जो सीधे डीएम या एसएसपी ऑफिस से जुगाड़ लगाने की बात कर रहे थे।

इन स्कूल्स की ज्यादा डिमांड

- लिटिल फ्लावर स्कूल, धर्मपुर

- एचपी चिल्ड्रेन एकेडमी, सिविल लाइंस

- द पिलर्स पब्लिक स्कूल, सिविल लाइंस

- ऑक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल, तारामंडल

- आरपीएम एकेडमी, सिविल लाइंस

- सेंट पॉल स्कूल, चरगांवा

- सेंट जोसेफ स्कूल, खोराबार

- कार्मल ग‌र्ल्स इंटर कॉलेज, सिविल लाइंस

- कामर्ल स्कूल, सिविल लाइंस

- एमजी इंटर कॉलेज, बैंक रोड

- राजकीय जुबिली इंटर कॉलेज, बक्शीपुर

- एडी कन्या ग‌र्ल्स इंटर कॉलेज, बैंक रोड

केस वन

मोहद्दीपुर के रहने वाले संजय अपने बच्चे का एडमिशन लिटिल फ्लावर स्कूल में करवाना चाहते हैं। दिसंबर माह में ही फॉर्म खरीदा था। लेकिन एलकेजी में दाखिले के लिए हुए इंट्रैक्शन लिस्ट में नाम दर्ज नहीं होने के बाद वे मायूस हो गए। उसके बाद से ही वे लाडले के दाखिले के लिए स्कूल के कई बार चक्कर लगा चुके लेकिन प्रिंसिपल से मुलाकात के बाद भी बात नहीं बनी। अब डीएम ऑफिस में जुगाड़ के लिए चक्कर लगा रहे हैं।

केस टू

कौवाबाग के रहने वाले मोहित रेलवे में नौकरी करते हैं। उनकी एक बेटी कार्मल स्कूल में क्लास थर्ड में पढ़ती हैं। वे अपनी दूसरी बेटी के दाखिले के लिए चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन दाखिला नहीं हो सका। इसके लिए वे जुगाड़ का सहारा ले रहे हैं लेकिन कुछ नहीं हो पा रहा।

फैक्ट फिगर

- सिटी में प्राइवेट स्कूलों की संख्या - 765

- सीबीएसई बोर्ड स्कूलों की संख्या - 70

- सीआईएससीई बोर्ड स्कूलों की संख्या - 19

- सहायता प्राप्त इंटर कॉलेज - 117

- राजकीय इंटर कॉलेज - 19

- वित्त विहीन विद्यालय - 290

बॉक्स

हलो, मैं डीएम आफिस से बोल रहा हूं

सिटी के ब्रांडेड स्कूलों में दाखिला न होने की कंडीशन में जुगाड़ का सहारा लेने वाले पैरेंट्स अपने शुभचिंतकों के पास पहुंच रहे हैं। वहीं जिला कलेक्ट्रेट ऑफिस के अधिकारियों से लेकर कर्मचारी भी स्कूलों में सीधे फोन घुमा रहे हैं।