गोरखपुर (ब्यूरो).गोरखपुर में बस स्टापेज के प्वाइंट स्पष्ट ना होने से पैसेंजर्स रूट पर कहीं भी खड़े होकर ई-बस का इंतजार करते हैं। हांलाकि निर्धारित रूटों पर स्टॉपेज नहीं होने के चलते पैसेंजर्स को काफी परेशानी होती है। साथ ही पैसेंजर्स को समय का भी पता नहीं चल पाता है। नगर निगम का दावा था कि सिटी बस सेवा के निर्धारित रूटों पर स्टॉपेज बनाया जाएगा, ताकि पैसेंजर्स को किसी प्रकार की असुविधा न हो सके। स्टॉपेज नहीं बनने की वजह से धूप में खड़े होकर पैसेंजर्स को ई-बस का वेट करना पड़ता है। इतना ही नहीं कुछ पैसेंजर्स बस का घंटों इंतजार करने के बाद दूसरी सवारी का सहारा लेना पड़ता है।

जाम की प्रॉब्लम

इलेक्ट्रिक बसों का दरवाजा बार-बार खोलने और बंद करने से जहां कूलिंग को लेकर दिक्कत होती है, वहीं बार-बार बस के खड़े होने से बैट्री का खर्च भी बढ़ जाता है। साथ ही जाम की प्रॉब्लम पैदा होती है। ऐसे में पैसेंजर्स को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वह भी एक स्टॉपेज से दूसरे स्टॉपेज तक ही बस का संचालन चाहते हैं।

दौड़ रही हैं 25 इलेक्ट्रिक बस

सिटी बस प्रबंधन के अफसरों के अनुसार शहर में 25 इलेक्ट्रिक बसों को निर्धारित रूटों पर चलाया जा रहा है। बस का स्टॉपेज नहीं होने की वजह से पैसेंजर्स को दिक्कत होती है। प्रबंधन का दावा कि निर्धारित रूटों पर बस स्टॉपेज बनाए जाएंगे। साथ ही बस स्टॉपेज पर बसों के पहुंचने का टाइम तय कर दिया जाएगा। ऐसे में बसें अपने निर्धारित समय से ही स्टॉपेज पर पहुंचेगी। साथ ही स्टॉपेज भी चिन्हित किए जाएंगे। साथ ही इसके लिए लिस्ट नगर निगम को भेजी जाएगी।

इलेक्ट्रिक बस के लिए स्टॉपेज बनाने चाहिए और इसकी जानकारी भी सार्वजनिक करनी चाहिए। जिससे पैसेंजर्स को धूप में खड़े होकर बस का इंतजार न करना पड़े।

जितेंद्र सोनकर, पैसेंजर

बस स्टॉपेज और निर्धारित समय होना चाहिए ताकि पैसेंजर्स को पता चल सके कि बस किस टाइम पर किस रूट से संचालित हो रही है। स्टॉपेज नहीं होने से प्रॉब्लम होती है।

सुजीत कुमार, पैसेंजर

स्टॉपेज के लिए नगर निगम को पत्र भेजा गया है। साथ ही स्टॉपेज रूट मुहैया करवा दिया गया है, जिस पर नहीं निगम अपना शेल्टर लगाने के लिए काम शुरू कर दिया है।

केके मिश्रा, ई-बस मैनेजर