- बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से बड़ी संख्या में जिला अस्पताल पहुंचे मरीज

- डॉक्टर्स कक्ष, दवा से पर्ची काउंटर तक लगी रही कतार

GORAKHPUR: जिला अस्पताल में सोमवार को अचानक मरीजों की भीड़ बढ़ गई। हालत यह हो गई कि डॉक्टर चैंबर के बाहर तो लंबी कतार लगी ही थी, चैंबर में भी जगह नहीं थी। यही नहीं, पर्ची व दवा काउंटर पर भी भीड़ थी। इस दौरान सभी चार दवा काउंटर खुले रहे इसके बाद भी दवाओं के लिए लंबी लाइन लगी रही। बताते हैं कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में पानी कम होने के बाद वहां से बड़ी संख्या में मरीज पहुंच गए। इस बीच 26 अगस्त को अवकाश होने के चलते इमरजेंसी छोड़ अन्य मरीज नहीं पहुंच पाए थे। वे भी सोमवार को एक साथ पहुंचे तो लोड बढ़ गया।

संक्रमण रोगी बढ़े

बाढ़ का पानी उतरते ही इलाकों में संक्रमण के रोगी बढ़ गए हैं। सोमवार को जिला अस्पताल खुला तो सुबह से ही इन एरिया से मरीज पहुंचने लगे। 10 बजते-बजते ओपीडी में इतनी भीड़ हो गई कि संभालनी मुश्किल हो रही थी। पुरानी ओपीडी में जनरल मेडिसीन, ऑर्थो, सर्जरी व चर्म रोग विभाग में मरीजों का तांता लग गया। बाढ़ के कारण चर्म रोग व डायरिया के सबसे अधिक रोगी पहुंचे। डॉक्टर्स चैंबर के सामने महिलाओं व पुरुषों की लंबी कतार लग गई।

न्यू ओपीडी का भी बुरा हाल

न्यू ओपीडी में भी मरीजों की तादाद देखकर डॉक्टर्स व एंप्लाइज के पसीने छूट रहे थे। दोपहर में अस्पताल बंद होने के समय तक सामान्य ओपीडी और स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स चैंबर के बाहर मरीज अपनी बारी का इंतजार करते रहे। सोमवार को इलाज के लिए ओपीडी में करीब 3000 से 4000 मरीज पहुंचे।

इन रोग के ज्यादा रोगी पहुंचे

- चर्म रोग

- डायरिया

- बुखार

- खांसी-जुकाम

- पेट दर्द

वर्जन

एक दिन सरकारी अवकाश होने के चलते सोमवार को ओपीडी में अचानक भीड़ बढ़ गई। इसमें ज्यादातर मौसमी बीमारी के मरीज थे। सबका उपचार किया गया।

- डॉ। राज कुमार गुप्ता,

एसआईसी