गोरखपुर (ब्यूरो)।यह उलझन किसी और को नहीं बल्कि शनिवार को हुए प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पीईटी) 2023 में शामिल परीक्षार्थियों में दिखाई दी। दरअसल, पीईटी की परीक्षा 57 एग्जामिनेशन सेंटर पर सकुशल संपन्न हुई। वहीं, पहले दिन कुल 55,344 परीक्षार्थी रजिस्टर्ड थे। पहली पाली में जहां कुल 27,672 परीक्षार्थियों में 19,121 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। वहीं 8551 परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। दूसरी पाली में 27,672 परीक्षार्थियों में 19,221 परीक्षार्थी सम्मिलित हुए। जबकि 8,451 परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। इस प्रकार पहले दिन के दोनों पाली में कुल 69 प्रतिशत परीक्षार्थियों ने परीक्षा में सम्मलित हुए।

दो पालियों में थी परीक्षा

बता दें, दो दिन की चार पालियों में होने वाले पीईटी परीक्षा में गोरखपुर जिले में कुल 1,10,688 परीक्षार्थी रजिस्टर्ड हैैं। पहले दिन यानी शनिवार को शुरू हुई परीक्षा सकुशल संपन्न हुई। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) के समन्वय पर्यवेक्षक रूदल प्रसाद एवं एडीएम सिटी अंजनी कुमार सिंह ने सेक्टर, स्टैटिक मजिस्ट्रेट व केंद्र व्यवस्थापकों के साथ सभी परीक्षा केंद्रों पर निरीक्षण किया। 57 केंद्रों पर कुल 20 सेक्टर एवं 63 स्टैटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई ती। पहले पाली की परीक्षा में 10 से दोपहर 12 बजे तक और दोपहर 3 बजे से शाम 5 बजे तक दूसरी पाली की परीक्षा संपन्न हुई। इस परीक्षा में एडीएम सिटी को नोडल अधिकारी बनाया गया था।

पहली पाली मेें

सुबह 10 से 12 बजे तक

प्रजेंट कैंडिडेट - 19,121

अब्सेंट कैंडिडेट - 8551

कुल कैंडिडेट - 27,672

दूसरी पाली में

दोपहर 3 से 5 बजे तक

प्रजेंट कैंडिडेट - 19,221

अब्सेंट कैंडिडेट - 8451

कुल कैंडिडेट - 27,672

पेपर में डीआई पोर्शन मुश्किल था। मेरी तैयारी थी। इसलिए कर लिया, लेकिन पिछले साल की तुलना में पेपर हार्ड था। समय भी लगा।

अशोक कुमार, परीक्षार्थी

पिछले साल की अपेक्षा इस बार पेपर बेहद टफ था। ऐसा लगा कि अब यूपीएसएससी हार्ड पैनर्ट के पेपर बना रहा है। न्यूमेरिकल और हार्ड पैटर्न ने घनचक्कर कर दिया। हालांकि साल्व किए हैैं। अब नंबर न जाने कितना मिलेगा।

कुमकुम, परीक्षार्थी

जो पढ़कर आए थे, उनमें महज 45 प्रतिशत ही पेपर सॉल्व कर पाए। हालांकि करेंट अफेयर्स थोड़ा संभाल लिया, लेकिन न्यूमेरिकल और कैलकुलेशन ने उलझा दिया।

भानू प्रताप, परीक्षार्थी

ग्राफ सेक्शन के क्वेश्चन इस तरह से आ जाएंगे कि यह पता भी नहीं था। पीईटी में इस तरह के हार्ड क्वेश्चन काफी उलझाऊ थे। बाकी के सवाल आसान लगे। जो साल्व कर लिए थे।

खुशबू चौधरी, परीक्षार्थी

कुछ इस प्रकार के पूछे गए थे पीईटी में क्वेश्चन

- ऋग्वेद में विश्वामित्र नामक एक ऋषि और किन दो नदियों के बीच संवाद है।

- शिवाजी की मृत्यु के बाद, मराठा राज्य में प्रभावी शक्ति चितपावन ब्राह्मïणों के एक परिवार के पास थी, जिन्होंने शिवाजी के उत्तराधिकारियों को पेशवा (या प्रधानमंत्री) के रुप में सेवा दी थी, कौन सा शहर मराठा साम्राज्य की राजधानी बन गया।

- महावीर स्वामी को 'जिनÓ के नाम से जाना जाने लगा, 'जिनÓ का क्या अर्थ है।

- भारतीय संघ के प्रधानमंत्री और अन्य मंत्रियों की नियुक्ति भारत के संविधान के के तहत राष्ट्रपति द्वारा की जाती है।

-निम्नलिखित में से कौन सा मालदीव की आधिकारिक भाषा है।

- 'पुलाÓ निम्नलिखित में से किस देश की राष्ट्रीय मुद्रा है।

- रासायनिक हथियारों का निषेध संगठन में कितने सदस्य राष्ट्र हैैं।

- भारत सरकार द्वारा वर्ष 1967 में निम्नलिखित में से किस वीरता पुरस्कार का नाम बदलकर 'शौर्य चक्रÓ कर दिया गया।

पहले दिन की दोनों पालियों की परीक्षा सकुशल संपन्न हो गई। कहीं किसी भी केंद्र पर कोई भी मुन्ना भाई नहीं पकड़ा गया। सभी मजिस्ट्रेट की निगरानी में परीक्षाएं सम्पन्न हुईं।

अंजनी कुमार सिंह, एडीएम सिटी-नोडल आफिसर, पीईटी