गोरखपुर (ब्यूरो).पीपीगंज इलाके के राजाबारी जसवल के रहने वाले सुदर्शन प्रसाद की बेटी कविता का उसी इलाके के अंबेडकरनगर के रहने वाले राधेश्याम प्रसाद के बेटे सूरज से अफेयर चल रहा था। दोनों की आपस में दूर की रिश्तेदारी भी है। जिसकी वजह से दोनों के परिवार का घर से आना-जाना था। करीब एक साल पहले इसकी जानकारी लड़की के घर वालों को हो गई तो उन्होंने इसका विरोध किया। लेकिन कविता मानने को तैयार नहीं थी। वह परिवार से शादी की जिद पर अड़ी थी। अंत में तंग आकर पिता ने बेटी को मुबंई स्थित अपने एक रिश्तेदार के घर भेज दिया। ताकि दोनों में दूरी बन जाए। लेकिन वह कुछ ही दिनों में मुबंई से भी भाग आई और फिर शादी की जिद करने लगी।

अलग होने को तैयार नहीं थे सूरज और कविता

दोनों के परिवार वालों का कहना था कि आपस में रिश्तेदारी होने की वजह से यह शादी नहीं हो सकती। लेकिन सूरज और कविता इसके खिलाफ थे। दोनों शादी की जिद कर रहे थे। सोमवार को जब दोनों परिवारों के बीच मामला अधिक बिगड़ गया तो दोनों पक्ष अपनी-अपनी शिकायत लेकर थाने पहुंचा। पूरे दिन थाने पर पंचायत होती रही, लेकिन सूरज और कविता एक-दूसरे से अगल होने को राजी नहीं थे।

पुलिस की पहल से हुई शादी

दोनों का कहना था कि वे बालिग हैं और किसी भी हाल में दोनों अलग नहीं होंगे। इसके बाद पीपीगंज के थानेदार सूरज सिंह ने दोनों परिवारों को समझाकर शादी के लिए तैयार कर लिया। देर शाम दोनों ने थाना परिसर में स्थित दुर्गा मंदिर में शादी रचाई और फिर सूरज अपनी पत्नी कविता को लेकर घर गया। पुलिस और दोनों के परिवार के लोगों ने दोनों को आशीर्वाद भी दिया।