-10 साल में 1465 बदमाश किए गए चिह्नित

-दोबारा क्राइम करने पर एसएसपी ने दिए निर्देश

GORAKHPUR: जिले में 10 साल के भीतर चोरी, लूट और डकैती के मामलों में शामिल रहे बदमाशों का पुलिस वेरिफिकेशन करेगी। पुलिस की टीमें उनके घर जाकर जानकारी जुटाएंगी। यदि बदमाश कोई क्राइम नहीं कर रहे हैं तो उनकी निगरानी की जाएगी। यदि किसी अपराध में शामिल पाए गए तो अरेस्ट कर जेल भेजा जाएगा। वेरिफिकेशन पूरा होने के बाद जमानत पर छूटे बदमाश ने कोई वारदात की तो सीओ से लेकर बीट सिपाही तक को जिम्मेदार ठहराया जाएगा। शुक्रवार को एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने इस संबंध में निर्देश जारी किए।

दैनिक जागरण- आई नेक्स्ट ने छापी खबर

जिले में जेल पर जमानत से छूटे बदमाशों ने क्राइम शुरू कर दिया है। रामगढ़ताल एरिया में सरिया कारोबारी के मुनीम से 32 लाख रुपए की लूटपाट, शाहपुर एरिया में लूट के लिए महिला टीचर की गोली मारकर हत्या करने और चिलुआताल एरिया के सिक्टौर में नौतनवां के बिजनेस की गोली मारकर हत्या करने के मामले में जमानत पर छूटे बदमाश पकड़े गए हैं। इस संबंध में दैनिक जागरण आई नेक्सट ने प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया। इसे संज्ञान में लेते हुए डीआईजी-एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने निर्देश जारी किया। लूट, चोरी और डकैती में शामिल जिले भर के कुछ 1465 बदमाशों का वेरिफिकेशन कराया जाएगा।

यह जानकारी जुटाएगी पुलिस

जिले में चोरी, लूट और डकैती के मामले में अरेस्ट बदमाशों का वेरिफिकेशन किया जाएगा।

10 साल के भीतर कितने बदमाश जेल भेजे गए, जमानत पर छूटकर वह क्या कर रहे हैं।

उनके कामकाज, रहन-सहन से लेकर बैंक एकाउंट तक खंगालने की तैयारी में पुलिस है।

बदमाशों के दोबारा किसी अपराध में शामिल न होने पर सिर्फ निगरानी की जाएगी।

किसी क्राइम में भूमिका मिलने पर बदमाशों को दोबारा जेल भेजा जाएगा।

मुकदमे में सुलह, गवाही न देने की धमकी देने की शिकायत पर भी कार्रवाई होगी।

यहां पर इतने बदमाश

थाना बदमाश

कैंट 46

राजघाट 44

तिवारीपुर 54

कोतवाली 50

खोराबार 109

रामगढ़ताल 62

गोरखनाथ 79

शाहपुर 137

कैंपियरगंज 18

पीपीगंज 42

चिलुआताल 109

सहजनवां 79

गीडा 53

चौरीचौरा 71

झंगहा 65

पिपराइच 49

बड़हलगंज 35

उरूवा बाजार 22

बेलघाट 32

खजनी 32

सिकरीगंज 30

हरपुर बुदहट 17

गुलरिहा 61

बांसगांव 37

गगहा 47

बेलीपार 40

गोला 45

वर्जन

10 साल के भीतर लूट, चोरी और डकैती में पकड़े गए बदमाशों का वेरिफिकेशन कराया जा रहा है। जेल से जमानत पर छूटने के बाद यदि वह सुधर गए हैं तो सिर्फ निगरानी की जाएगी। यदि उनकी कोई भूमिका मिली तो कार्रवाई होगी।

जोगेंद्र कुमार, डीआईजी/एसएसपी