- मुगलहा समेत कई एरिया में फाल्ट बढ़ा रही परेशानी

-बिजली गुल होने से लोगों की दिनचर्या हो रही खराब

-बिजली कटौती चरम पर अफसर बेपरवाह

GORAKHPUR: पॉवर कॉरपोरेशन के हर एक अफसर के पास एक कंज्यूमर का फोन आया। कंज्यूमर ने बार-बार बिजली काटने पर नाराजगी जताई तो अफसर उखड़ गए। बोले, बिजली है तो आएगी-जाएगी ही। जितनी मिल रही है। उतनी बहुत ज्यादा है। फिर फोन काट दिया। यह मामला मेडिकल कॉलेज रोड स्थित मुगलहा का है। यहां बिजली कटौती चरम पर है, और अफसर बेपरवाह हैं। सिटी के विभिन्न एरिया में जबरदस्त बिजली कटौती से कंज्यूमर्स पसीना-पसीना हो रहे हैं। लेकिन किसी भी जिम्मेदार को इसकी परवाह नहीं है।

वहीं, शनिवार को सिटी के ज्यादातर एरियाज में बिजली की अंाख-मिचौली जारी है। मुगलहा, पादरी बाजार के शताब्दीपुरम, मानस बिहार कॉलोनी, शिवपुर सहबाजगंज, हनुमंत नगर, बिछिया के सरस्वतीपुरम, सिविल लाइंस, रूस्तमपुर, तारामंडल आदि इलाके में सुबह से ही बिजली गुल रही। इससे कंज्यूमर्स परेशान रहे। कहीं बिजली का तार टूटने से सप्लाई बाधित रही तो कहीं फाल्ट की वजह से समस्या बनी रही। साथ ही कई एरियाज में दिनभर बिजली आती-जाती रही।

630 केवीए का फूंका ट्रांसफार्मर, मेडिकल कालेज में सात घंटे सप्लाई ठप

बीआरडी मेडिकल कालेज में इमरजेंसी वार्ड के समीप लगा 430 केवीए का ट्रांसफार्मर शनिवार की दोपहर 12 बजे अचानक फूंक गया। इसकी वजह से सप्लाई ठप हो गई। मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने इसकी जानकारी पॉवर कॉरपोरेशन को दी सूचना पर पहुंचे अधिकारी व कर्मचारियों ने नए ट्रांसफार्मर के लिए वर्कशॉप में फोन किया लेकिन नहीं मिल पाई। अधिकारियों ने ट्रांसफार्मर ट्राली के जरिए शाम को सप्लाई बहाल की। राप्तीनगर एसडीओ अजय कुमार ने बताया कि वर्कशॉप से फोन कर नया ट्रांसफार्मर मांगा गया है। लेकिन ट्रांसफार्मर अभी नहीं मिल पाया है।

कोट

सिटी में बत्ती गुल होने की ज्यादा कंप्लेन आती है। इसके अलावा फॉल्ट व ट्रिपिंग की भी समस्या रहती है। बिजली कटौती से हम लोग परेशान रहते हैं।

आलोक तिवारी

उमस भरी गर्मी में बिजली का आना जाना लगा रहता है। घंटों तक बिजली नहीं आती है। सुबह के समय सप्लाई बंद होने पर पानी तक नहीं मिलता है।

कुणाल मणि त्रिपाठी

ट्रांसफार्मर्स की क्षमता बढ़ने के बाद भी बिजली बंद होने की समस्या बनी रहती है। मेंटेनेंस के बावजूद बिजली कटौती लगातार जारी है। सुबह और दोपहर को बिजली बंद होने से दिक्कत होती है।

अभिषेक सिंह

एरिया में पोल से बिजली कटने की कंप्लेन अधिक आती है। कंप्लेन करने के एक से डेढ़ घंटे बाद मरम्मत के लिए कर्मचारी पहुंचते हैं। संबंधित अफसर फोन तक नहीं उठाते हैं।

धनंजय त्रिपाठी

एक से दो घंटे डेली बिजली कट जाती है। गर्मी के मौसम होने के चलते काफी दिक्कत होती है।

प्रणव द्विवेदी

वर्जन

कंप्लेन करने पर अफसर फोन नहीं उठाते हैं, यह गलत है। हमारी पहली प्राथमिकता है कि समस्याओं को दूर कर बेहतर बिजली सप्लाई बेहतर दिया जाए। जहां तक कटौती की बात है तो कई जगहों पर मेंटेंनेंस का कार्य चल रहा है। इसलिए कुछ देर के लिए सप्लाई बंद करनी पड़ती है। मेडिकल कालेज में ट्रांसफार्मर जल गया था जिसे तत्काल बदलकर सप्लाई बहाल की गई।

ई। यूसी वर्मा, एसई सिटी