गोरखपुर (ब्यूरो)।इसके साथ ही 83 डोनर मेडल जिसमें ब्रह्मलीन महंत दिग्विजय नाथ गोल्ड मेडल और ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ गोल्ड मेडल भी शामिल है। दीक्षा समारोह में 70 रिसर्च स्कॉलर्स को डिग्री प्रदान की जाएगी। कार्यक्रम के चीफ गेस्ट उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय और स्पेशल गेस्ट उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रजनी तिवारी होंगी। मंगलवार को दीक्षा भवन में कॉन्वोकेशन का ड्रेस रिहर्सल किया गया।

गोल्ड मेडल में गल्र्स ने मारी बाजी

वीसी प्रो। राजेश सिंह ने बताया कि वर्ष 2022 के कुल 46 गोल्ड मेडल्स में 38 (82.60 परसेंट) गल्र्स ने कब्जे में लिया है, जबकि डोनर मेडल्स में 86.41 परसेंट गल्र्स का नाम है। 2022 में यूनिवर्सिटी की ओर से यूजी और पीजी कोर्सेज में 82,831 डिग्रियां दी जाएंगी, जिसमें 64.79 परसेंट गल्र्स हैं। इसमें यूनिवर्सिटी के 7,908 और कॉलेज के 74,923 स्टूडेंट्स शामिल हैं।

विद्वत पदयात्रा की प्रैक्टिस

वीसी के नेतृत्व में दीक्षा भवन में दीक्षांत समारोह का पूर्वाभ्यास किया गया। इसमें सभी प्रोफेसर, विद्या परिषद और कार्य परिषद सदस्यों की विद्वत पदयात्रा भी आयोजित की गई। चीफ गेस्ट की भूमिका में प्रो। संजय बैजल और स्पेशल गेस्ट की भूमिका में प्रो। विनीता पाठक रहीं। सभी गोल्ड मेडल विनर्स को मेडल लेने का भी पूर्वाभ्यास कराया गया। इस समारोह में यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड सभी कॉलेजों जूम लिंक के माध्यम से जुड़ सकेंगे।

वर्चुअल समाज में वास्तविक संबंधों और भावना का अभाव : प्रो। एके कौल

सोशियोलॉजी सब्जेक्ट अपने अस्तित्व से लेकर वर्तमान तक अनेक परिप्रेक्ष्यों से समाज के अध्ययन को दिशा प्रदान करता है। वर्तमान में वर्चुअल रियलिटी का बढ़ता महत्व नए प्रकार की चुनौतियां सामने ला रहा है। वर्चुअल समाज में वास्तविक संबंधों और भावना का अभाव है। यह बातें 41वें दीक्षांत समारोह सप्ताह के क्रम में सोश्योलॉजी डिपार्टमेंट की ओर से आयोजित लेक्चर में बीएचयू के एमेंरिट्स प्रोफेसर इन सोशियोलॉजी प्रो। एके कौल ने सोशियोलॉजी बियॉन्ड क्लासिकल थ्योरीज सब्जेक्ट पर बोलते हुए कहीं। कार्यक्रम में डीन आट्र्स प्रो। कीर्ति पांडेय, एचओडी प्रो। संगीता पांडेय, प्रो। अनुराग द्विवेदी, डॉ। मनीष पांडेय, डॉ। पवन कुमार, प्रकाश प्रियदर्शी, दीपेंद्र मोहन सिंह, प्रो। कौलेश्वर प्रियदर्शी, डॉ। नीतू श्रीवास्तव, डॉ। प्रतिभा समेत ऑनलाइन एवं ऑफलाइन मोड में अनेक टीचर्स और स्टूडेंट्स जुड़े रहे।

'लोकशक्ति की अभिव्यक्ति है भारत का संविधान'

कॉन्वोकेशन वीक के अंतर्गत बीएएलएलबी प्रोग्राम की ओर से 'कॉन्स्टीट्यूशनलिज्म एंड इंडियन कॉन्स्टीट्यूशन : एनश्योरिंग थ्रू राइट्स एंड ड्यूटीजÓ सब्जेक्ट पर लेक्चर ऑर्गनाइज किया गया। चीफ गेस्ट और कीनोट स्पीकर के रूप संबोधित करते हुए बीएचयू के प्रो। अजेन्द्र श्रीवास्तव ने संविधान के ऐतिहासिक एवं दार्शनिक पक्ष का विवेचन करते हुए कहा कि संविधानवाद संविधान की आत्मा है। भारत का संविधान लोकशक्ति की अभिव्यक्ति है। इसके कारण ही पूरे विश्व में लोकतंत्र की मजबूती है और भारत का एक विशेष महत्व है। स्पेशल गेस्ट डॉ। अभिषेक तिवारी ने मूलभूत अधिकारों, कर्तव्य एवं नीति निर्देशक तत्व को संविधान की त्रिवेणी का संगम बताते हुए कहा कि संविधान के मानवीय आयामों का वर्तमान में भी महत्व है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सिद्धार्थ यूनिवर्सिटी के पूर्व वीसी प्रो। रजनीकांत पांडेय ने कहा कि संविधान एक जीवंत समाज का प्रतिमान होता है, जो मानवीय गरिमा को प्रतिपादित करता है। गेस्ट का वेलकम करते हुए बीए-एलएलबी प्रोग्राम के कोऑर्डिनेटर प्रो। अजय कुमार शुक्ला ने कहा कि संविधान में प्रदत्त अधिकारों के साथ साथ नागरिकों को कर्तव्यबोध होना आवश्यक होता है। इस तरह के लेक्चर स्टूडेंट्स को नई राह दिखाने में जरूर कारगर होंगे। कार्यक्रम का संचालन डॉ। सर्वेश शुक्ला और आभार ज्ञापन बीएएलएलबी की स्टूडेंट चितवन मिश्रा ने किया। इस दौरान डॉ। आशीष शुक्ला, डॉ। राजेश मणि त्रिपाठी, संदीप सिंह, आशीष तिवारी, मंतशा अजीज सहित बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स उपस्थित रहे।

दीक्षांत का बहिष्कार करेंगे कार्यपरिषद सदस्य प्रो। धीरेंद्र

गुआक्टा महामंत्री और कार्यपरिषद सदस्य प्रो। धीरेंद्र प्रताप सिंह दीक्षांत समारोह का बहिष्कार करेंगे। उन्होंने वीसी पर आरोप लगाते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति के नाम पर लागू सेमेस्टर प्रणाली स्टूडेंट्स पैसा वसूला जा रहा है वहीं, दूसरी तरफ कभी संगोष्ठी और कभी दीक्षांत समारोह पर पत्रिका निकालने की आड़ में विज्ञापन के माध्यम से कॉलेजों से मोटी रकम वसूलने वसूली जा रही है। यूनिवर्सिटी के सभी निकायों को वीसी ने बंधक बना कर रख लिया है। यहां तक कि दीक्षांत समारोह जैसे गरिमामय कार्यक्रम को भी इन्होंने अपना जैवी कार्यक्रम बना लिया है। इससे यूनिवर्सिटी की छवि तो धूमिल हो ही रही है यूनिवर्सिटी में कार्यरत शिक्षक और कर्मचारी भी अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं।

उच्च शिक्षा मंत्री का घेराव करेगी एबीवीपी

अखिल भारतीय स्टूडेंट्स परिषद गोरखपुर महानगर गोरखपुर यूनिवर्सिटी में व्याप्त अनियमितता सहित समूचे उत्तर प्रदेश की यूनिवर्सिटीज में उत्पन्न हुई शैक्षिक समस्याओं को लेकर दीक्षांत समारोह में बतौर चीफ गेस्ट आ रहे उत्तर प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय का घेराव करेगी।