गोरखपुर (ब्यूरो)। प्रो। सैनी मदन मोहन मालवीय यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के चौथे वीसी होंगे। वर्तमान में प्रो। जेपी सैनी नेताजी सुभाष यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी, नई दिल्ली के वीसी हैं। वह वर्तमान प्रभारी वीसी प्रो। जेपी पांडेय से कार्यभार ग्रहण करेंगे, जो वर्तमान में डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी के वीसी के अलावा राजभवन के निर्देश पर एमएमएमयूटी का अतिरिक्त प्रभार देख रहे हैं।

एमएमएयूटी से है पुराना नाता

प्रो। जेपी सैनी का एमएमएमयूटी से पुराना नाता है। यूनिवर्सिटी बनने से पहले जब यह संस्थान मदनमोहन मालवीय इंजीनियङ्क्षरग कॉलेज था तो वह इसके प्रिंसिपल थे। इंजीनियङ्क्षरग कॉलेज को यूनिवर्सिटी बनाने में उन्होंने महती जिम्मेदारी निभाई थी। ऐसे में वीसी पद को लेकर उनकी दावेदारी यूनिवर्सिटी के स्थापना वर्ष यानी 2013 से थी, जो एक दशक बाद पूरी हुई है।

इंटरनेशनल रैंकिंग पर रहेगा जोर

प्रो। जेपी सैनी ने दैनिक जागरण आईनेक्स्ट से बातचीत में बताया कि यूनिवर्सिटी में काफी टैलेंटेड स्टूडेंट्स और एक्पीरिएंस्ड फैकल्टी है। नैक में भी ए ग्रेड है। अब इसे एनआईआरएफ और क्यू एस वल्र्ड रैंकिंग में भी जगह दिलाना हमारी प्राथमिकता होगी। इसके अलावा रिसर्च और प्लेसमेंट पर भी जोर होगा।

31 साल का एक्सपीरिएंस

प्रो। जेपी सैनी जनवरी 2010 से लेकर दिसंबर 2013 तक पूर्ववर्ती मदनमोहन मालवीय इंजीनियङ्क्षरग कॉलेज के प्रिंसिपल रहे हैं। वह एमकेआर इंजीनियङ्क्षरग कॉलेज ऑफ इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, आजमगढ़ के प्रिंसिपल का अतिरिक्त प्रभार भी संभाल चुके हैं। प्रो। सैनी ने साल 1987 में केएनआईटी, सुल्तानपुर से इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियङ्क्षरग में बीटेक करने के बाद 1996 में आईआईटी, कानपुर से एमटेक किया है। साल 2001 में उन्होंने केएनआईटी के जरिए ही डॉ। राम मनोहर लोहिया अवध यूनिवर्सिटी, फैजाबाद से पीएचडी की उपाधि प्राप्त की थी। प्रो। सैनी जुलाई 2017 से सितंबर 2018 तक नेताजी सुभाष इंस्टीट््यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, नई दिल्ली के डायरेक्टर रह चुके हैं। इसके पहले वह डॉ। अंबेडकर इंस्टीट््यूट ऑफ टेक्नोलॉजी फॉर हैंडीकैप्ड, कानपुर के दो बार डायरेक्टर रहे हैं। प्रो। सैनी के पास टीचिंग, रिसर्च और अकादमिक प्रशासन से जुड़ा 31 वर्ष का लंबा एक्सपीरिएंस है। उनके 200 से अधिक रिसर्च पेपर्स इंटरनेशनल और नेशनल जर्नल में पब्लिश हो चुके हैं। दर्जनभर से अधिक स्टूडेंट्स ने उनके निर्देशन में अपनी पीएचडी पूरी की है। प्रो। सैनी विभिन्न प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं के समीक्षक भी रहे हैं।

केएनआईटी के तीसरे एल्युमिनस बने एमएमएमयूटी के वीसी

यह महज संयोग ही है कि लगातार तीन बार से एमएमएमयूटी का वीसी केएनआईटी, सुल्तानपुर के एल्युमिनस को बनाया जा रहा है। यूनिवर्सिटी के अबतक चार वीसी नियुक्त हुए हैं, उनमें से तीन केएनआईटी के एल्युमिनस रहे। दूसरे वीसी प्रो। एसएन ङ्क्षसह ने केएनआईटी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियङ्क्षरग में बीटेक किया था। तीसरे वीसी प्रो। जेपी पांडेय की बीटेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियङ्क्षरग की पढ़ाई भी केएनआईटी से ही पूरी हुई थी। नवनियुक्त प्रो। जेपी सैनी ने भी इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियङ्क्षरग में केएनआईटी से बीटेक किया था। तीनों का बीटेक पासआउट ईयर भी 1987 ही था। यानी केएनआइटी के एक ही बैच के तीन एल्युमिनस को एमएमएमयूटी का वीसी बनने का सौभाग्य मिला है। नाम की बात करें तो लगातार दो वीसी जयप्रकाश नाम से मिले हैं। प्रो। जेपी पांडेय व प्रो। जेपी सैनी दोनों का पूरा नाम जयप्रकाश है।