गोरखपुर (ब्यूरो)। बुधवार को प्रो। कमलेश कुमार गुप्त ने विभाग में ज्वाइन कर लिया। 3 फरवरी को उच्चस्तरीय जांच समिति के आग्रह पर 8 फरवरी तक के लिए प्रो। कमलेश ने अपने चौथे चरण का सत्याग्रह स्थगित कर दिया था। बुधवार दोपहर 3.30 से 4.30 बजे तक एडी बिल्डिंग स्थित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा के समक्ष उन्होंने सत्याग्रह किया। उन्होंने कहा, मेरा निलंबन और सात प्रोफेसरों का एक दिन का वेतन कटौती आंदोलन का कारण नहीं था। वह हमारे सत्याग्रह का परिणाम था, जिस दिन मैंने सत्याग्रह शुरू किया था, उसी दिन मुझे निलंबित किया गया था। जिन सात शिक्षकों का एक दिन का वेतन काटा गया, वह मेरा समर्थन करने के कारण किया गया था। निलंबन रद किया जाना कभी मेरी मांग नहीं रही। यूनिवर्सिटी प्रशासन के बदलाव नहीं होने तक विभिन्न चरणों में यह सत्याग्रह जारी रहेगा। गुरुवार को भी दोपहर 3:35 से 4:45 बजे तक सत्याग्रह पर बैठूंगा। इस दौरान शिक्षक संघर्ष समिति के संयोजक प्रो। उमेश नाथ त्रिपाठी, प्रो। अजेय गुप्ता, प्रो। चन्द्रभूषण अंकुर व प्रो। अरविंद त्रिपाठी आदि ने पहुंचकर अपना समर्थन दिया।