गोरखपुर (ब्यूरो)। सिटी के फलमंडी गेट के पास की थोक की दुकान पर रविवार को खुलेआम पॉलीथिन बिकती नजर आई। पॉलीथिन खरीदने के लिए लोगों की भीड़ थी। खरीदारी की लूट ऐसी थी कि चंद मिनटों में कई बोरे पॉलीथिन बिक गए। टीम के पहुंचने पर दुकानदार पॉलीथिन को छुपाने लगा और यहां न बिकने की बात कहने लगा। साथ ही बगल की दुकान पर पॉलीथिन खरीदने के लिए कहने लगा। टीम बगल की दुकान पर पहुंची और पॉलीथिन के बारे में पूछा तो वह मुकर गया।

साहबगंज मंडी में परिचित को ही देते हैं पॉलीथिन

साहबगंज मंडी में पॉलिथीन के कई बड़े कारोबारी हैं। बताया जाता है कि यहां बाहर के जिलों से पॉलीथिन मंगाकर स्टोर की जाती है और इसके बाद यहां से थोक कारोबारियों को चोरी छिपे सप्लाई कर दी जाती हैं। यहां से पॉलीथिन तभी मिलेगी, जब कारोबारी का कोई खास हो या फिर उसके पास कोड हो। कोड वह चीज है जो कारोबारी अपने में तय करते हैं। इस कोड को बताने पर किसी परिचय की जरूरत नहीं है।

करोड़ों का है कारोबार, कैश में लेनदेन

पॉलीथिन का कारोबार करोड़ों का है। इस कारोबार में लेनदेन भी कैश का होता है। इससे सरकार के राजस्व का भी घाटा है। कारण इसका कहीं रिकॉर्ड नहीं है। इसके बाद भी लोकल एडमिनिस्ट्रेशन सुस्त है।

जून 2019 में पकड़ी गई थी पॉलीथिन

बता दें, जून 2019 मेें नगर निगम और प्रशासन की संयुक्त टीम ने साहबगंज स्थित मनोज ट्रेडर्स में कार्रवाई कर 50 से ज्यादा बोरे में पॉलीथिन और थर्माकोल से बने बर्तन पकड़े थे। व्यापारी पर प्रतिबंधित सामान रखने और गंदगी फैलाने के आरोप में जुर्माना भी लगा था।

प्रवर्तन दल लगातार छापेमारी की कार्रवाई कर रहा है। जो भी पॉलीथिन बेच रहा है। उसे पकड़ा जा रहा है। अगर कोई दुकानदार कहीं बेच रहा है तो उसकी जानकारी कर उसे पकड़ा जाएगा। लोगों से भी अपील है कि वे खरीदारी करते समय झोला लेकर निकलें।

कर्नल सीपी सिंह, प्रवर्तन दल अधिकारी