गोरखपुर (ब्यूरो).बर्डघाट रामलीला समिति के अध्यक्ष पंकज गोयल ने बताया कि 22 सितंबर को भूमिपूजन के साथ रामलीला मंचन का शुभारंभ होगा। रावण वध का मंचन पांच अक्टूबर को होगा। पूर्णिमा तिथि नौ अक्टूबर की रात लगेगी इसे देखते हुए भरत मिलाप नौ को और श्रीराम का राज्याभिषेक 10 अक्टूबर को होगा। समिति के महामंत्री अनूप अग्निहोत्री ने बताया कि रामलीला का मंचन करने के लिए अयोध्या की प्रसिद्ध मारुति नंदन हनुमत रामलीला मंचन कमेटी आएगी।

रामलीला मंचन का विवरण

- 22 सितंबर- शिव सती संवाद, नारद मोह, मनुसतरूपा, रावण जन्म।

- 23 सितंबर- पृथ्वी पुकार, रामजन्म, मुनि आगमन, ताड़का वध।

- 24 सितंबर - अहिल्या उद्धार, नगर दर्शन, धनुष यज्ञ, परशुराम-लक्ष्मण संवाद।

- 25 सितंबर - श्रीराम बारात।

- 26 सितंबर - श्री राम वन यात्रा।

- 27 सितंबर - निषाद मिलन, श्रीराम-केवट संवाद, रामजी का चित्रकुट आगमन।

- 28 सितंबर - श्री भरत-माता कौशल्या संवाद, भरत जी का चित्रकुट प्रस्थान।

- 29 सितंबर - श्रीराम-भरत संवाद, चरण पादुका लेकर अयोध्या वापसी।

- 30 सितंबर - शूपर्णखा नासिका भेदन, खर दूषण वध, सीता हरण, श्रीराम का सबरी आश्रम में प्रवेश।

- 1 अक्टूबर - श्रीराम हनुमान मिलन, सुग्रीव मिलन, बालि वध, सीताजी की खोज में वानरों का प्रस्थान।

- 2 अक्टूबर - हनुमान-जामवंत संवाद, लंका में प्रवेश, सीता-हनुमान संवाद, लंका दहन।

- 3 अक्टूबर - श्रीराम-हनुमान संवाद, रामेश्वर स्थापना, अंगद-रावण संवाद।

- 4 अक्टूबर - लक्ष्मण-मेघनाद युद्ध, श्रीराम की प्रलय लीला, कुंभकर्ण एवं मेघनाद वध।

- 5 अक्टूबर - हनुमान जी द्वारा उद्धार, अहिरावण वध, राम-रावण युद्ध एवं रावण वध, राजनैतिक उपदेश।

- 9 अक्टूबर - भरत मिलाप।

- 10 अक्टूबर - श्रीराम का राज्याभिषेक।