- गोली मारकर प्रॉपर्टी डीलर की हत्या का मामला

- एसएसपी ने कहा जल्द होगी आरोपियों की गिरफ्तारी

GORAKHPUR: खोराबार थाने के मदरहवा के रहने वाले प्रॉपर्टी डीलर बलराम यादव के मर्डर केस को लेकर उनके भाई सिकंदर यादव ने सपा प्रतिनिधिमंडल के साथ बुधवार को एसएसपी से मुलाकात की। भाई ने एसएसपी से फरार नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी व मामले के जल्द पर्दाफाश की गुहार लगाई। एसएसपी डॉ। सुनील गुप्ता ने सीओ कैंट सुमित शुक्ला व इंस्पेक्टर खोराबार को फोन पर तीन दिन के अंदर आरोपियों की गिरफ्तारी का निर्देश दिया। उधर पुलिस की दो टीमें आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगाई गई हैं। पुलिस आरोपी नर्स की एक महिला रिश्तेदार से भी बुधवार को पूछताछ की। सूत्रों की मानें तो पुलिस आरोपी नर्स के करीब पहुंच चुकी है। जल्द ही उसकी गिरफ्तारी संभव है। प्रतिनिधिमंडल में पूर्व मंत्री रामभुआल निषाद, पूर्व जिलाध्यक्ष प्रहलाद यादव, सपा नेता दुर्गेश यादव, खोराबार ब्लॉक प्रमुख शैलेष यादव, मेयर प्रत्याशी हरेंद्र यादव, दिनेश यादव, विजय यादव आदि मौजूद रहे।

नर्स के परिवार पर दर्ज है केस

मदरहवा के रहने वाले प्रॉपर्टी डीलर बलराम यादव (25) जमीन की खरीद-फरोख्त का काम करते थे। 23 नवंबर की शाम छह बजे के करीब घर से एक दावत में जाने की बात कहते हुए निकले। रात 9 बजे के करीब बलराम की डेडबॉडी रामनगर कड़जहां के चंद्रिका टोला निवासी नर्स आकृति दुबे के घर के बाहर पड़ा मिला। किसी महिला ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस के पहुंचने से पहले ही नर्स, उसके माता-पिता और नौकरानी घर खुला छोड़कर फरार हो गए। पुलिस ने जांच पड़ताल की तो बलराम के सिर में गोली लगी थी और पॉकेट से कारतूस मिला लेकिन पिस्टल नहीं मिली। नर्स के घर से पुलिस को एक बच्चा मिला जो नर्स का भाई था। जिसे पुलिस ने चाइल्ड लाइन को सौंप दिया। बच्चे ने बताया कि बलराम घर में आया था और खाना खाने के बाद बहन का हाथ पकड़कर जबरन बाहर ले जाने लगा। मना करने पर गेट के पास उसने खुद को गोली मार ली। वहीं पुलिस इसे आत्महत्या मानने लगी। रविवार को बलराम के भाई ने नर्स, उसके माता-पिता के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कराया।

रिश्तेदार से मिली अहम जानकारी

घरवालों का कहना है कि बलराम के पास कई गाडि़यां है, लेकिन वह गाड़ी लेकर नहीं गया। संभव है कि किसी ने उसे छोड़ा है। वहीं पिस्टल से गोली मारी तो पिस्टल को नर्स क्यों लेकर फरार हो गई। वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर में चार चोट के निशान मिले हैं जिससे प्रतीत होता है कि गोली मारने के पहले डंडे से प्रहार किया गया हो। हालांकि पुलिस का कहना है कि दो चोट गोली लगने और गोली बाहर निकलने के हैं। वहीं दो अन्य चोट जमीन पर गिरने के हैं। उधर पुलिस ने नर्स की एक महिला रिश्तेदार से बुधवार को पूछताछ की। रिश्तेदार ने बताया कि घटना के बाद नर्स किसी युवक के साथ उसके घर खोराबार आई थी और थोड़ी देर बाद चली गई। उसनेपुलिस को कई और अहम जानकारी दी है।