डायरिया, टायफाइड का जाल

जून की रिकार्ड तोड़ बारिश के बाद जुलाई में काले बादलों के धोखे से गोरखपुराइट्स का बुरा हाल है। उमस और गर्मी से बीमारी का का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। गले में इंफेक्शन और सर्दी-जुकाम आम बात है। मेडिकल कॉलेज, डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल से लेकर डॉक्टर्स की प्राइवेट क्लीनिक में मरीजों की लंबी लाइन लगी है। जिसमें अधिकांश वायरल और गले के इंफेक्शन से परेशान है। मलेरिया और जांडिस जैसी बीमारी भी तेजी से बढ़ रही है।

बॉडी के किसी भी पाट्र्स में प्रॉब्लम होने पर तुरंत चेकअप कराना चाहिए। क्योंकि समय बीतने के साथ प्रॉब्लम बढ़ती जाती है। बारिश के बाद मच्छरों का प्रकोप बढ़ेगा, जिससे डेंगू और मलेरिया फैलने के चांसेस काफी बढ़ जाते है।

डॉ। सुधांशु शंकर, फिजीशियन

इस सीजन में बैक्टीरियल इंफेक्शन बढ़ जाते है। इसलिए लापरवाही बरतने का कोई चांस नहीं। फीवर, इंफेक्शन के मरीज काफी बढ़ गए है। चेकअप के बाद दवा लेना शुरू कर देना चाहिए। क्योंकि समय बीतने के साथ बीमारी बढ़ती है।

डॉ। एस श्रीवास्तव, फिजीशियन

सताएंगी ये बीमारियां

-डायरिया

-जांडिस

-टायफाइड

-डेंगू

-मलेरिया

-वायरल

-गले में इंफेक्शन

-सर्दी, जुकाम

-लूज मोशन

-सांस फूलना

-सिर दर्द