गोरखपुर (ब्यूरो)।जर्जर पोल व झूलते तार, ट्रैफिक जाम यहां की मुख्य समस्या है। इसके अतिरिक्त सड़क, नाली, बिजली व पानी की सुविधाओं का अभाव है। कई एरिया हर साल सरयू के कटान व बाढ़ से प्रभावित होते हैं। बावजूद इसके जनप्रतिनिधियों ने यहां मूलभूत सुविधाओं पर ध्यान नहीं है। अब जब चुनाव करीब है, तो एक बार फिर विकास के सब्जबाग दिखाए जा रहे हैं। नगर पंचायत गोला की प्रतिनिधि विनोद यादव ने जमीनी हकीकत जानी, तो मतदाताओं ने खुलकर समस्याएं साझा कीं।

11 से बढ़कर हुए 19 वार्ड

लंबे समय के बाद नगर पंचायत की सीमाओं का विस्तार किया गया, जिसमें 22 राजस्व गांवों को शामिल किया गया। इसके बाद वार्डों की संख्या 11 से बढ़कर 19 हो गई। अब यह आबादी व क्षेत्रफल के लिहाज से जिले की दूसरी बड़ी नगर पंचायत बन गई है।

मिनी अयोध्या में लगता मेला

गोला नगर पंचायत सरयू नदी के तट पर स्थिति और कस्बा तथा अगल-बगल के गांवों में बड़ी संख्या में मंदिर होने के इसे छोटी अयोध्या के नाम से जाना जाता है। कस्बे में सरयू तट पर स्थित ऐतिहासिक पक्का घाट, शीतला घाट, बरदसिया घाट, हनुमानगढ़ी घाट, श्याम घाट पर सुबह-शाम स्नानार्थियों की भीड़ और मंदिरों में बजते घंटा-घडिय़ाल और भजनों से पूरे कस्बे का माहौल भक्तिमय रहता है। रविवार को तो स्नानार्थियों की भीड़ के चलते मेले जैसा दृश्य होता है।

विस्तारित क्षेत्र में 22 राजस्व ग्राम शामिल

बेवरी, मन्नीपुर, रामामऊ, भीटी, भड़सड़ा, बनकटा, कटया, सुअरज बुजुर्ग, सुअरज खुर्द, चिकनिया, रानीपुर, सुथनी, नवरोत्तमपुर, मोहनपुर, अतरौरा, घोड़ालोटन, बर्राह, बिसरा, परनई उर्फ अर्जुनपुरा, गोपालपुर, देवकली व गोड़सरी।

एक नजर में नगर पंचायत गोला

42,578 कुल मतदाता

19,811 महिला मतदाता

22,767 पुरुष मतदाता

19 वार्ड हैं नपं गोला में

16 मतदान केंद्र हैं

44 मतदान स्थल हैं

समस्याएं जो बने चुनावी मुद्दे

1. नगर पंचायत में जर्जर पोल व तार को बदलने की मांग दो दशक से की जा रही है। इसके कारण कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। नगर पंचायत बोर्ड द्वारा इसको बदलने के लिए प्रस्ताव भी लाया गया, लेकिन आज तक बदला नहीं जा सका।

2. नगर पंचायत के वार्ड 5, 17 व 18 सहित अन्य भागों में लोग हर साल सरयू के कटान व बाढ़ से प्रभावित होते हैं। जिसके लिए रामामऊ से बिसरा तक रिवर फ्र ंट बनाकर बाढ़ व कटान रोकने की मांग विगत एक दशक से की जा रही है।

3. नगर पंचायत के कस्बे में पतली सड़कों व गलियों में लोगों के निजी वाहन खड़ा होने के कारण अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है। इसलिए एक स्थान पर वाहनों की पार्किंग बनाने की मांग लंबे समय से की जा रही है।

4. नगर पंचायत के विस्तारित क्षेत्र में तीन वर्ष बीत जाने के बाद भी लोग मौलिक सुविधाओं सड़क, नाली, बिजली व पानी से वंचित हैं।

5. नगर पंचायत में बच्चों और युवाओं को खेलने के लिए मिनी स्टेडियम व पार्क बनाने की मांग दो दशक से की जा रही है।

6. नगर पंचायत के गंदे नालों का पानी सीधे सरयू नदी में गिरता है। इस कारण स्नानार्थियों को स्वच्छ जल नहीं मिल पता। सीवर ट्रीटमेंट प्लांट की मांग विगत दो दशकों से पूरी नहीं हो सकी।

7. नगर पंचायत के कई वार्डों में जलापूर्ति नहीं हो पाती है। गर्मी शुरू होते ही स्वच्छ जल की मांग तेजी से बढ़ती है।

8. नगर पंचायत में स्थित पोखरियों व सार्वजनिक स्थलों से अवैध कब्जा हटाने की मांग काफी दिनों से की जा रही है, लेकिन इस दिशा में कोई सार्थक प्रयास नहीं हो सका।

चुनाव मैदान में 8 प्रत्याशी

निकाय चुनाव में गोला नगर पंचायत की सीट अनुसूचित महिला के लिए आरक्षित है। चुनावी मैदान में कुल आठ प्रत्याशी मैदान में हैं। इसमें निवर्तमान चेयरमैन लालती देवी भाजपा से पाला बदलकर बसपा के समर्थन से प्रत्याशी बनी हैं। भाजपा से किरन सोनकर, सपा से सहोदरी, कांग्रेस से राजमती देवी, जन अधिकार पार्टी से माधुरी, आजाद समाज पार्टी से चंपा, निर्दलीय कुंता देवी व संध्या भाग्य आजमा रही हैं।

हमारे वार्ड में नाली न होने से लोगों के घरों का पानी बाहर नहीं जा पाता है। बरसात के मौसम में तो घरों के अंदर तक पानी जमा हो जाता है। नाली निर्माण बहुत ही जरूरी है।

विनय यादव, वार्ड 18

हमारे यहां अभी नया वार्ड नंबर 11 बना है। हमारे वार्ड में बिजली के तार जर्जर हो चुके हैं। उन्हें बदल दिया जाये। रास्ते भी अच्छे नहीं है। उनका भी निर्माण कराया जाये।

नवनीत राय, वार्ड 11

वार्ड 18 में नाली का निर्माण न होने के कारण लोगों को बहुत समस्या होती है। शुद्ध पेयजल की भी सुविधा नहीं है।

दीपक जायसवाल, वार्ड 18

हमारे वार्ड 14 में जल निकासी की समस्या है। नाली बना कर जल निकासी की व्यवस्था की जाये। जर्जर तारों को बदल दिया जाए।

उपेन्द्र तिवारी, वार्ड 14