गोरखपुर (ब्यूरो): यह पहला मामला नहीं था, जब पुलिस ने कार्रवाई की। पिछले पांच माह के भीतर ऐसे करीब 300 केस सामने आ चुके हैं। इन लोगों ने रिटेन में शिकायत दर्ज कराई है। अधिकांश लोग शिकायत करने भी नहीं जाते। वह ब्लैकमेलर को मुंहमांगी रकम देकर किसी तरह से अपना पीछा छुड़ा लेते हैं। साइबर सेल से जुड़े लोगों का कहना है कि किसी भी अंजान से वीडियो चैटिंग करने से बचें।

साइबर सेल से जुड़े लोगों का कहना है कि गोरखपुर में रोजाना तीन से चार मामले सामने आते हैं। परेशान हाल लोगों की शिकायत पर जांच की जा रही है। अधिकांश मामलों में कोई रिप्लाई ना करने पर ब्लैकमेलर खुद ही दो से तीन दिनों के बाद शांत हो जाते हैं। यदि कोई घबरा गया या परेशान हुआ तो उससे रुपए की मांग की जाती है। मगर ऐसे सैकड़ों और लोग हो सकते हैं, जिन्होंने या तो पैसा दे दिया है या फिर ब्लैकमेलिंग का शिकार हो रहे हैं।

क्या होता है सेक्सटॉर्शन, कैसे होती वसूली

मोबाइल फोन यूज करते हुए तमाम लोग अनजाने में भी पॉर्न साइट, किसी डेटिंग साइट या फिर किसी ऐसी साइट को ओपेन कर ले रहेे हैं जो सिक्योर नहीं है। ऐसे में यह उनके लिए बवाल-ए-जान बन जा रही है। एक्सपट्र्स की मानें तो ऐसे में साइबर क्रिमिनल सर्फिंग की डिटेल का बैकअप बना लेते हैं। फिर वह साइट को विजिट करने वाले व्यक्ति का नंबर, ईमेल आईडी और सोशल मीडिया अकाउंट को सर्च करते हैं। फिर अलग-अलग तरीके से जुड़कर ब्लैकमेल करने की कोशिश करते हैं कि वह लोग साइट सर्च करने से लेकर वीडियो वायरल करने तक की धमकी देकर वसूली करते हैं।

सोशल मीडिया ज्यादा सेक्सटॉर्शन का खेल

सोशल मीडिया पर लोगों से ठगी करने वाले किसी महिला, युवती की प्रोफाइल बना रहे हैं। इसके बाद चुने हुए लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज दे रहे हैं। कई बार मैंसेंजर पर मैसेज और व्हाट्सएप पर 'हाय-हैलोÓ लिखकर रिमाइंड कराना भी नहीं भूलते। सामने वाला यूजर अच्छी प्रोफाइल देखकर जब रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर लेता है। इसके बाद वे बातचीत शुरू कर देते हैं। फिर कुछ ही दिनों में नए-नए बने दोस्त युवक-युवती न्यूड फोटोग्राफ और वीडियोज का लेनदेन शुरू कर दे रहे हैं। एक्सपट्र्स की मानें तो ब्लैकमेलर अपने चैट्स और वीडियो कंटेंट का रिकॉर्ड रखते हैं, जिसे वायरल करने की धमकी देकर वसूली करते हैं। इस तरह के मामलों में बच्चों से लेकर सीनियर सिटीजन तक शिकार हो जा रहे हैं। उनको लगता है कि यदि सच्चाई सामने आ गई तो वह बदनाम हो जाएंगे। इस चक्कर में वह दिए गए अकाउंट नंबर पर रुपए का ट्रांजेक्शन कर देते हैं।

ये बरतें सावधानी, नहीं बढ़ेगी परेशानी

- किसी अंजान व्यक्ति की फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट न करें, जिनके बारे में जानते हों। उनसे ही दोस्ती करें।

- अगर आप किसी को नहीं जानते हैं तो उसके साथ वीडियो कॉल के माध्यम से कतई न जुड़ें। मैसेजर पर भी उनको रिप्लाई ना करें।

- किसी का वीडियो कॉल आने पर फ्रंट कैमरे के बजाए बैक कैमरे को यूज करें। इससे किसी का चेहरा नहीं दिखेगा। सामने वाला स्क्रीन रिकार्डिंग नहीं कर पाएगा।

- कभी भी ब्लैकमेलिंग करने वाले व्यक्ति को किसी तरह का भुगतान न करें। वह रुपए लेने का दबाव बनाता है तो बनाने दें।

- ऐसे किसी भी मामले में तुरंत ही साइबर पुलिस के सामने शिकायत दर्ज कराएं।

- मानसिक रूप से परेशान होकर कोई गलत कदम उठाने से अच्छा है कि परिवार के लोगों को प्रॉब्लम शेयर करें।

- सेक्सटॉर्शन के मामले में सामने वाले का नंबर ब्लॉक कर दें।

सावधानी है ज्यादा जरूरी

ऐसे मामलों के सामने आने पर पीडि़त व्यक्ति काफी परेशान होने के बाद ही शिकायत करते हैं। लेकिन उनकी शर्त रहती है कि इस बात की जानकारी घर के सदस्यों को ना हो। या फिर भी कोई उनका परिचित इस बात को ना जा सके। बार-बार साइबर क्राइम सेल या थानों पर जाने से लोगों को संदेह होने लगता है। वीडियो की बात सामने आने पर लोगों का रिएक्शन बदल जाता है। इसलिए पीडि़त खुद भी ऐसे प्रकरणों की शिकायत और कार्रवाई से बचना चाहते हैं।

ऐसे मामलों की रोकथाम के लिए पुलिस लगातार अवेयर कर रही है। इस तरह के प्रकरण सामने आने पर घबराने के बजाय सीधे शिकायत दर्ज कराएं। अंजान की फ्रेंड रिक्वेस्ट न स्वीकार करें। गलत तरीके से वीडियो चैटिंग करने वालों से बचें।

डॉ। विपिन ताडा, एसएसपी गोरखपुर

हाल के दिनों में ऐसे मामले बढ़े हैं। लेकिन रुपए वसूलने का कोई केस दर्ज नहीं किया गया है। यदि किसी ने रुपए देने की बात स्वीकारी तो उससे तहरीर लेकर कार्रवाई की जाएगी।

इंदु प्रभा सिंह, एसपी क्राइम