गोरखपुर (ब्यूरो).तारामंडल एरिया निवासी अभिजीत सिंह का चार साल का बेटा सिविल लाइन स्थित एक स्कूल में पढ़ता है। गुरुवार को वो करीब एक बजे स्कूल की छुट्टी के टाइम बच्चे को लेने पहुंचे। स्कूल से बच्चे को लेकर वो गोलघर गए। वहां जलकल के बगल में स्थित एक दुकान से बच्चे का ड्रेस खरीद रहे थे। अभिजीत सिंह का आरोप है कि बच्चे के पेट में दर्द हो रहा था, इसलिए उसे कार में छोड़ दिया था। उन्होंने बताया कि दुकान पर अभी वो ड्रेस खरीद ही रहे थे, तभी वहां पर गाड़ी उठाने वाले ठेकेदार आ गए और उनकी कार बुल्डोजर पर लादकर ले जाने लगे। आरोप है कि इस दौरान उन्होंने कई बार चिल्लाकर आवाज दी कि कार में बच्चा है। लेकिन ठेकेदार ने एक ना सुनी। इसके बाद कार लेकर पुलिस लाइन पहुंचे ठेकेदारों के साथ बच्चे के पिता अभिजीत सिंह की बहस भी हुई। वहां पर उनकी कार को ठेकेदार ने लॉक कर दिया था।

एसपी ट्रैफिक से की शिकायत

अभिजीत लेखपाल हैं। अभिजीत पुलिस लाइन में अपनी लॉक कार से बच्चे को निकालकर सबसे पहले एसपी सिटी के पास पहुंचे। पुलिस लाइन में एसपी सिटी से मिलकर उन्होंने शिकायत की। इसके बाद अभिजीत ने एसपी ट्रैफिक से भी इसकी शिकायत की।

एसपीजी टीम ने छुड़वाई कार

पुलिस लाइन के पास अभिजीत अपने बच्चे को गोद में लिए काफी देर तक ठेकेदार से बहस करते रहे, लेकिन ठेकेदार गाड़ी बिना पेनाल्टी दिए छोडऩे को तैयार नहीं हुआ। वहीं, सीएम के दौरे को देखते हुए आई एसपीजी टीम हल्ला गुल्ला देख वहां पहुंंची। एसपीजी टीम ने ठेकेदार को जब समझाया, तब जाकर उसने कार छोड़ी।

मेरे पास शिकायत आई थी। मैने ठेकेदार को बुलाकर समझाया है। इनके साथ पीआरडी के जवान भी चल रहे थे, जिसे मैने वापस ले लिया। ठेकेदार के अंदर जरा भी मानवता नहीं है।

डॉ। एमपी सिंह, एसपी ट्रैफिक

मामले की जानकारी नहीं है। अगर ऐसा हुआ है तो गलत कृत्य है। मामले की जांच कर दोषी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। पब्लिक के साथ हर किसी को अच्छे से ही पेश आना होगा।

दुर्गेश मिश्र, अपर नगर आयुक्त