गोरखपुर (ब्यूरो).दरअसल, गोरखपुर से बांद्रा जाने वाली बांद्रा हमसफर एक्सप्रेस में उस वक्त दहशत फैल गई। जब मंगलवार रात वह अपने निर्धारित समय 9.30 बजे रवाना होने वाली थी। पैसेंजर्स भी ट्रेन चलने का इंतजार कर रहे थे, लेकिन बम की सूचना पर साढ़े तीन घंटे तक पैसेंजर्स को स्टेशन पर ही इंतजार करना पड़ा। जीआरपी प्रभारी उपेंद्र श्रीवास्तव ने बताया, मिलन रजत नामक व्यक्ति ने पीएमओ, रेल मंत्रालय को ट्विट किया था कि गोरखपुर से बांद्रा जाने वाली ट्रेन में कुछ आतंकियों ने बम लगा दिया है। ऐसे में तत्काल ट्रेन को निरस्त कर इसकी विधिवत जांच कराएं। रेलवे ने इस ट्विट को गंभीरता से लेते हुए तत्काल ट्रेन को रोक दिया। बिना देरी किए जीआरपी के साथ ही सिविल और आरपीएफ टीम ट्रेन के पास पहुंच गई। डॉग स्क्वॉयड को भी लगाया गया। हर कोच में एक-एक बैग की काफी देर तक तलाशी ली गई। इंजन और गार्ड ब्रेक की भी तलाशी ली गई। ट्विट करने वाले मिलन रजत पर केस दर्ज कर उसकी छानबीन शुरू कर दी गई है। आरपीएफ की सीआईबी, जीआरपी और सिविल पुलिस की टीम ने जांच शुरू करते हुए जल्द ही मामले में बड़े खुलासे का दावा किया है।

सूचना पर तत्काल रोकी ट्रेन

ट्रेन के गार्ड शीतल प्रसाद ने बताया, ट्रेन चलने के लिए बिल्कुल तैयार थी। सिग्नल भी हो गया था। अभी चालक ने ट्रेन बढ़ाई ही थी कि स्टेशन मास्टर ने ट्रेन तत्काल रोकने को कहा। सूचना पर तत्काल ट्रेन रोक दी गई।

ट्विट करने वाले मिलन रजक के खिलाफ धारा 182, 187, 336 आईपीसी और 7 सीएलए में केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई है। उम्मीद है कि जल्द ही बम की फर्जी अफवाह उड़ाने वाला गिरफ्त में होगा। जीआरपी आरोपित के ट्विट की छानबीन कर रही है।

उपेंद्र श्रीवास्तव, जीआरपी प्रभारी