- जेल में बंद इब्राहीम की पेड़ से लटकती मिली थी लाश

- जिला जज के आदेश पर चौबीस घंटे के लिए बंदी के माता-पिता की होगी रिहाई

- मृतक के चाचा व छोटे भाई बुधवार की सुबह पहुंचे जेल, बंदी के माता-पिता से हुई मुलाकात

- पोस्टमार्टम हाउस सूत्रों के अनुसार हैंगिग की हुई पुष्टि, फंदा लगाकर खुदकुशी करने से ही हुई मौत

GORAKHPUR: जेल में बंदी इब्राहीम का पेड़ पर लटकता शव मिलने के मामले में बुधवार को जेल प्रशासन ने जिला जज को मजिस्ट्रियल जांच कराने के लिए पत्र लिखा है। साथ ही इस जेल में बंद बंदी की मां राबिया व पिता अमीन को चौबीस घंटे के लिए पेरोल पर रिहा करने की मांग भी की गई है। जेल सूत्रों के अनुसार जिला जज का आदेश मिलने पर माता पिता को चौबीस घंटे के लिए जेल से छोड़ा जाएगा। वहीं जज द्वारा नामित किए गए मजिस्ट्रेट पूरे मामले की जांच करेंगे। जिसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।

अब तक केस दर्ज नहीं

देर शाम मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों ने इब्राहीम का पोस्टमॉर्टम किया। सूत्रों की मानें तो उसकी मौत पेड़ पर लटककर खुदकुशी करने से ही हुई है। शरीर पर अन्य चोट नहीं है। डॉक्टरों ने हैंगिग से मौत होने की पुष्टि की है, लेकिन पुलिस को रिपोर्ट का इंतजार है। पुलिस ने अभी मामले में कोई केस दर्ज नहीं किया है और न ही जेल प्रशासन ने कोई तहरीर दी है। जेल प्रशासन का कहना है कि सूचना कल ही पुलिस को दी गई थी। अब जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं दूसरी ओर बुधवार की सुबह मृत बंदी इब्राहीम के छोटे भाई इजहारुल व चाचा जेल पहुंचे। जेल के अधिकारियों ने विशेष अनुमति देकर दोनों की मुलाकात इब्राहीम के पिता अमीन व माता राबिया से कराई। जिसके बाद दोनों मेडिकल कॉलेज स्थित पोस्टमॉर्टम पहुंचे। वहां से देर शाम वे शव लेकर गोला स्थित उदईपुर गांव के लिए रवाना हुए। देर रात वह गांव पहुंचे जहां पहले से ही शव को दफनाने के लिए गड्ढा आदि खोदा गया था। देर रात उसे दफनाया नहीं जा सका था। परिजन भी फिलहाल कुछ नहीं बोल रहे हैं कि उसने खुदकुशी क्यों की।

यह थी घटना

आठ मार्च 2020 से जेल के बैरक नंबर पांच में पत्‍‌नी रजिया खातून की दहेज हत्या के आरोप में बंद इब्राहीम 22 मंगलवार की शाम से लापता था। जेल प्रशासन को इस बात की जानकारी तब हुई जब शाम करीब सात बजे बंदियों की गिनती शुरू हुई। तलाशी के दौरान इब्राहीम जेल के अंदर स्थित पीपल के पेड़ की 30 फुट उंची डाल से लूंगी के फंदे से लटका मिला था। शाम को खाना खाने के बाद उसे छिपकर पेड़ पर लुंगी लेकर चढ़ते हुए कुछ बंदियों ने देखा था। जेल के अधिकारियों व पुलिस का कहना था कि वह पत्‍‌नी की मौत से अवसाद में था और अक्सर गुमसुम रहता था। लिहाजा उसने सुसाइड कर ली।