गोरखपुर (ब्यूरो)।इसके लिए आपको पहले प्ले स्टोर पर जाकर स्वच्छता एप डाउनलोड करना होगा। हम बात कर रहे हैं स्वच्छता एप की। नगर निगम प्रशासन ने इस तरह की तमाम बातें की, लेकिन पब्लिक अवेयरनेस नहीं होने के कारण अधिकतर गोरखपुराइट्स को स्वच्छता एप के बारे में पता ही नहीं है और वे किसी तरह की जानकारी नहीं दे पा रहे हैं।

बता दें, केंद्र सरकार की ओर से शहरों में स्वच्छता अभियान को गति देने के साथ साफ-सफाई के लिए स्वच्छता एप विकसित किया गया है, लेकिन नगर निगम की ओर से इसका प्रचार-प्रसार सही से न कर पाने के चलते अधिकतर सिटीजन को इसके बारे में पता नहीं है। इसके चलते वे परेशान रहते हैं और सफाई कर्मचारियों और नगर निगम अफसरों से बार-बार गुहार लगाते हैं। हालांकि नगर निगम का दावा है कि इसके लिए डोर टू डोर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। करीब 25 हजार लोगों को जागरूक करते हुए एप डाउनलोड कराया गया है।

शिकायत करते ही पोर्टल पर पहुंचेगी जानकारी

एप से फोटो खींचकर भेजने पर इसकी जानकारी तत्काल पोर्टल पर पहुंच जाएगी। जीपीएस सिस्टम से जुड़े होने के चलते लोकेशन का भी पता चल जाएगा। इसके बाद उस एरिया का सफाई सुपरवाइजर टीम लेकर पहुंचेगा और सफाई कराएगा। सफाई के बाद सुपरवाइजर फोटो खींचेगा और एप के जरिए उसे भेजेगा, जिससे की गई शिकायत निस्तारित हो सके।

दावा-गोरखपुराइट्स को किया जा रहा अवेयर

नगर निगम का दावा है कि एप डाउनलोड करने उसके जरिए समस्या की जानकारी देने के लिए लोगों को अवेयर किया जा रहा है। 25 हजार से अधिक लोग अवेयर होकर एप का इस्तेमाल भी कर रहे हैं। हालांकि, तस्वीर इसके उलट ही नजर आती है। अधिकतर लोगों को इस एप के बारे में जानकारी नहीं है। कई तो यह सुनकर अचंभित भी हो रहे हैं।

ऐसे करें एप डाउनलोड

एंड्रायड मोबाइल के गूगल प्ले स्टोर में जाएं।

स्वच्छता एमओयूडी टाइप कर उसे लोड करें।

एक कोड नंबर मिलेगा जिसे फिल करते ही राज्य, जिला और शहर का नाम आएगा।

सारी जानकारी फिल करते ही एप रेडी हो जाएगा।

इसके बाद फोटो भेजकर शिकायत की जा सकती है।

स्वच्छता एप की जानकारी डोर टू डोर पहुंचकर टीम दे रही है। हालांकि इसके लिए लोगों को भी जागरूक होना होगा। अभी तक करीब 25 हजार लोग एप डाउनलोड करके सेवा का लाभ उठा रहे हैं। जल्द ही पूरे शहर के लोगों को एप से जोड़ा जाएगा।

- डॉ। मणिभूषण तिवारी, नोडल अफसर, स्वच्छ भारत मिशन