गोरखपुर (ब्यूरो)।ये बातें आपको थोड़ी अटपटी जरूर लग रही होंगी, मगर ऐसा होने वाला है। सेल्फ फाइनेंस कॉलेज प्राचार्य परिषद के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया है कि दो साल से उनको एग्जामिनेशन ड्यूटी, कॉपी चेकिंग और नोडल सेंटर से क्वेश्चन पेपर और कॉपी को ले आने और पहुंचाने का खर्च नहीं मिला है। इसकी वजह से वह काफी परेशान हैं और अब वीसी के खिलाफ मोर्चा खोलने को तैयार हैं। भुगतान न होने से नाराज टीचर्स गोलघर से लेकर गोरखनाथ मंदिर में भिक्षाटन करेंगे। इसके बाद मिले धन को वीसी प्रो। राजेश सिंह को दान करेंगे।

22 अप्रैल से होगा भिक्षाटन

सेल्फ फाइनेंस कॉलेज प्राचार्य परिषद के अध्यक्ष डॉ। कृष्ण मुरारी पाल ने बताया, 350 कॉलेजों में सेवा देने वाले प्रिंसिपल और टीचर्स का विभिन्न मदों में 2 करोड़ रुपए से अधिक बकाया है। इसमें कॉपी चेकिंग, परीक्षा में कक्ष परीप्रेक्षण, प्रश्नपत्र और उत्तर पुस्तिका को नोडल केंद्र से ले आने और पहुंचाने, परीक्षा समायोजन आदि शामिल हैं। यूनिवर्सिटी प्रशासन अगर 21 अप्रैल तक भुगतान नहीं करता है तो वह 22 अप्रैल से भिक्षाटन शुरु करेंगे।

14 मीटिंग के बाद भी नहीं हुआ पेमेंट

डॉ। पाल ने बताया कि पेमेंट को लेकर वह 14 बार वीसी प्रो। राजेश सिंह से मिल चुके हैं। मगर हर मुलाकात में केवल आश्वासन ही मिला। इस मुद्दे को लेकर शिक्षकों और प्राचार्यों में आक्रोश है। भुगतान की समस्या को लेकर वह सड़क पर उतरने को तैयार हैं। 21 अप्रैल तक भुगतान न होने पर वह 22 और 23 अप्रैल को भिक्षाटन करेंगे। 22 को गोलघर और जन प्रतिनिधियों के वहां भिक्षाटन होगा। 23 अप्रैल को गोरखनाथ मंदिर में करेंगे। इस भिक्षाटन से जो धनार्जन होगा। वह 24 अप्रैल को वीसी को दान कर दिया जाएगा। 22 को सुबह 7 बजे पहले जनप्रतिनिधियों के वहां जाएंगे फिर 10 बजे से गोलघर के व्यवसायियों से भिक्षाटन करेंगे। 23 अप्रैल को सुबह 7 बजे से गोरखनाथ मंदिर में भिक्षाटन करेंगे।

78 हजार नहीं दिला सके वीसी, पिता का हो गया देहांत

यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड एक सेल्फ फाइनेंस कॉलेज के टीचर डॉ। अजय शर्मा का 78 हजार रुपए का पेमेंट होना बाकी है। उन्होंने इसके लिए कई बार यूनिवर्सिटी प्रशासन से अपील की मगर कोई फायदा नहीं हुआ। अपने पिता के इलाज के लिए उन्होंने वीसी से भी बात की, पर कोई रास्ता नहीं निकला। एक दिन पहले उनके पिता का देहांत भी हो गया। डॉ। अजय ने बताया कि वह अपने बच्चों की फीस भी नहीं भर पा रहे हैं।

यूनिवर्सिटी टीचर्स को भी नहीं मिला पेमेंट

सेल्फ फाइनेंस कॉलेजों की बात तो दूर यूनिवर्सिटी कैंपस के कुछ टीचर्स ने बताया कि पिछले दो सालों से उनका भी कॉपी चेकिंग और एग्जामिनेशन ड्यूटी का पेमेंट नहीं मिला है। इसको लेकर उनमें भी असंतोष है।

सेंटर डिबार होने का डर

सेल्फ फाइनेंस कॉलेज के टीचर्स ने बताया कि वह अपनी समस्या को लेकर खुलकर बोल भी नहीं सकते हैं। ऐसा करने पर उनके कॉलेज को डिबार कर देने का डर रहता है।

सेल्फ फाइनेंस कॉलेज के टीचर्स का कॉपी चेकिंग और एग्जामिनेशन ड्यूटी को लेकर लगभग 2.5 करोड़ रुपए का पेमेंट बाकी है। इसकी फाइल हमने साइन करके फाइनेंस ऑफिसर को दे दी है। एक हफ्ते के अंदर लगभग सभी टीचर्स का भुगतान कर दिया जाएगा।

प्रो। राजेश सिंह, वीसी, डीडीयूजीयू