गोरखपुर (ब्यूरो).बता दें, आरडीसी सेंटर में रोजाना सुबह 8.30 बजे से 11.30 बजे तक ब्लड सैंपल लिए जाते हैं। ब्लड से संबंधित रजिस्ट्रेशन करने और ब्लड सैंपल क्लॉट एक्टिवेटर देने के लिए दो कर्मचारियों को लगाया गया है। मैनपॉवर कम होने के कारण ब्लड सैंपल के रजिस्ट्रेशन के लिए कक्ष के बाहर पेशेंट्स की लंबी कतार लगी रहती है, जिसकी वजह से पेशेंट्स के साथ आए परिजनों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। बावजूद इसके रजिस्ट्रेशन कक्ष में 3 पत्ती खेली जा रही है।

रजिस्ट्रेशन के लिए लंबा इंतजार

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट रिपोर्टर ने आरडीसी सेंटर के रजिस्ट्रेशन कक्ष में कर्मचारियों की लापरवाही देखी। कमरे में कर्मचारी बैठक कम्प्यूटर पर ऑनलाइन तास की पत्ती खेलते हुए नजर आए। सेंटर में दो हेल्थ कर्मी लगाए गए हैं उनका सिर्फ पेशेंट की पर्ची लेकर जांच का रजिस्ट्रेशन करना और उन्हें क्लॉट एक्टिवेटर देने हैं, ताकि पेशेंट समय से अपना ब्लड सैंपल देकर जांच रिपोर्ट ले सके। जबकि बाहर रजिस्ट्रेशन के लिए पेशेंट्स की लंबी लाइन नजर आई। कई पेशेंट तो रजिस्ट्रेशन कराने के लिए परेशान दिखाई दिए तो कई ब्लड सैंपल देने में मशक्कत करते हुए नजर आए।

प्रतिदिन 350 से 400 की जांच

आरडीसी सेंटर में ब्लड से संबंधित शुगर, थायराइड, विटामीन डी, यूरिक एसिड, हार्मोन आदि विभिन्न जांच की जाती है। पैथोलॉजी के रिकॉर्ड के अनुसार डेली 350 से 400 जांच की जाती है।

केस 1- बिछिया निवासी प्रांजल ब्लड की जांच के लिए क्षेत्रीय निदान केंद्र पहुंचे। वह लाइन में लग कर अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। उधर रजिस्ट्रेशन कक्ष में बैठकर कर्मचारी कंप्यूटर पर तीन पत्ती गेम खेल रहे थे, जिससे उन्हें परेशानी झेलनी पड़ी।

केस 2-मोहद्दीपुर के अनुराग दुबे का कहना है कि रजिस्ट्रेशन के साथ ब्लड सैंपल के लिए काफी टाइम लग जाता है। शिकयत करने के बाद कोई सुनने वाला नहीं है। कर्मचारियों की लापरवाही का खामियाजा पेशेंट को भुगतना पड़ता है।

यह मामला मेरे संज्ञान में नहीं हैं। अगर कर्मचारी कम्प्यूटर पर तीन पत्ती खेल रहे हैं तो गलत है। मामले की जांच कर संबंधित पर कार्रवाई की जाएगी।

डॉ। राजेंद्र ठाकुर, एसआईसी जिला अस्पताल