गोरखपुर ब्यूरो। नए मतदाताओं का नाम जोडऩे, संशोधित और मृतकों का नाम विलोपित करने के लिए मतदान केंद्रों पर विशेष अभियान भी चलाया गया। इसके बाद भी कई साल पहले मृत लोगों के नाम भी विलोपित नहीं हो सके।

सहजनवा-

विधानसभा चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग के निर्देश पर मतदाता सूची में नाम जोडऩे व नाम काटने की प्रक्रिया एक नवम्बर से लेकर पांच दिसंबर तक चली है। जिसमे बीएलओ

की ओर से डोर टू डोर जाकर नए वोटर्स बनाने के साथ ही वोटर लिस्ट में एडिशन और करेक्शन के साथ मृतकों के नाम को लिस्ट से हटाना था। जो व्यक्ति अब दुनिया में नहीं रहे,

उनके लिए फार्म 7 भरकर उनका नाम लिस्ट से हटा देना था, लेकिन सहजनवा विधानसभा की मतदाता सूची हैरान करने वाली है। सहजनवा विधानसभा के वोटर लिस्ट में मृतक भी

वोटर है।

3 साल पहले हो गई है मौत

सहजनवा तहसील एरिया के पाली ब्लॉक स्थित बिसरी गाव निवासी रामसागर मिश्रा की 3 साल पहले ही मृत्यु हो चुकी है, लेकिन उनका नाम वोटर लिस्ट में अब भी मौजूद है। इसी

तरह उसी गांव के चंद्रमणी पांडेय की मौत हो चुकी है और उनका भी नाम वोटर लिस्ट में है।

मृतकों की सूची नाम काटने के लिए भेजी जाती है। ऐसा नहीं होता है कि मृतक का नाम वोटर लिस्ट में रहे। मामला सामने आने के बाद जांच की जाएगी।

- सुरेश रॉय, एसडीएम सहजनवा

कौड़ीराम में मृतक करेंगे मतदान

बांसगांव विधानसभा एरिया के कौड़ीराम की वोटर लिस्ट में मृतक व्यक्तियों का भी नाम शामिल है। विधानसभा इलेक्शन को लेकर निर्वाचन आयोग के आदेश के

अनुपालन में मतदाता सूची में नए मतदाताओं के नाम जोडऩे व मृतकों के नाम काटने के लिए बूथ लेवल अधिकारियों को घर-घर गए, परन्तु व्यवस्था को दोष दिया जाए कि बूथ

लेवल अधिकारियों की लापरवाही, तमाम मृतकों का नाम भी वोटर लिस्ट में शामिल हैं।

मनोज व देवनारायण भी देंगे वोट

कौड़ीराम की वोटर लिस्ट में मृतक मनोज पुत्र रमाकांत का नाम 511 नंबर पर दर्ज है। इसी प्रकार देवनारायण पुत्र अयोध्या का नाम भी मतदाता सूची में शामिल है। जबकि उक्त

दोनों व्यक्तियों की मृत्यु हो गई है। देवनारायण का नाम 694 नंबर पर है।