गोरखपुर (ब्यूरो).मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह ने बताया कि ज्यादातर केस मुंबई, अहमदाबाद और हैदराबाद से आने वाले लोगों में है। जनवरी से लेकर अब तक मलेरिया के तीन और डेंगू के आठ केस सामने आ चुके हैं। वहीं पिछले साल जनवरी 2021 से दिसंबर तक 64 केस आ चुके थे। वही 64 हजार मलेरिया की जांच कराई गई है। साथ ही डेंगू के 1200 से 1300 जांच हो चुकी है। हर बार डेंगू और मलेरिया के प्रति इलाके में जागरुकता अभियान चलाए जाते हैं। जहां भी केस की पुष्टि होती है। उस मुहल्ले में पहुंचकर आसपास जमा पानी में एंटी लार्वा का छिड़काव भी कराया जाता है। इसके अलावा बचाव के प्रति लोगों को अलर्ट भी किया जाता है।

डेंगू के लक्षण

त्वचा पर चकत्ते, तेज सिर दर्द, पीठ दर्द, आंखों में दर्द, तेज बुखार, मसूड़ों से खून बहना, नाक से खून बहना, जोड़ों में दर्द, उल्टी, डायरिया।

घबराएं नहीं, डेंगू को जानिए

-प्लेटलेट का कम होना हमेशा डेंगू नहीं होता।

-समय से अस्पताल पहुंचे पर डेंगू जानलेवा रूप नहीं धारण करता।

-चिकनगुनिया और डेंगू के लक्षण एक तरह के होते हैं।

-अस्पताल में जांच के बाद ही पता चल सकता है कि पेशेंट को कौन सा मर्ज हैं।

-चिकनगुनिया के खतरनाक अवस्था में शरीर झुक जाता है और वह कभी ठीक नहीं होता।

-डेंगू और चिकनगुनिया एक ही प्रजाति के मच्छर के काटने से होता है और दोनों बीमारियों के मच्छर दिन में काटते हैं।

-मच्छरों से बचाव कर हम चिकनगुनिया और डेंगू समेत सभी मच्छरजनित बीमारियों पर अंकुश पास सकते हैं।