गोरखपुर (ब्यूरो)। 11 जून रात 9 से 11 बजे तक सड़क सुरक्षा माह के अंतर्गत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर के निर्देशन में पुलिस अधीक्षक यातायात के मार्गदर्शन में ट्रैफिक पुलिस की टीम शहर के थाना कोतवाली इलाके में टीपी नगर व थाना कैंट स्थित कूड़ाघाट तिराहा व यूनिवर्सिटी चौराहा पर मदिरा का सेवन कर वाहन चला रहे 128 वाहन चालकों को ब्रेथ एनालाइजर के द्वारा चेक किया गया, जिसमें मदिरा का सेवन कर वाहन चला रहे 3 वाहन चालकों के विरुद्ध एमवी एक्ट के अंतर्गत कार्रवाई की गई।

सात शराबियों पर एमवी एक्ट में कार्रवाई

इसी तरह 12 जून को ट्रैफिक पुलिस रुस्तमपुर चौराहा एवं पादरी बाजार चौराहा पर मदिरा का सेवन कर वाहन चला रहे। वाहन चालकों के विरुद्ध ब्रेथ एनालाइजर के द्वारा चेकिंग कर कार्रवाई की गई। जिसमें 110 वाहन चालकों को ब्रेथ एनालाइजर के माध्यम से चेक किया गया। इसमें मदिरा का सेवन कर वाहन चला रहे 7 वाहन चालकों के विरुद्ध एमवी एक्ट के अंतर्गत कार्रवाई की गई।

ब्रीथ एनालाइजर बता देगा, पी रखी है शराब

अभी तक पुलिस, ट्रैफिक पुलिस की टीमें जांच जरूर करती थी, लेकिन ये सिद्ध कर पाना मुश्किल होता था कि किसने शराब पी है और किसने नहीं। मगर ब्रीथ एनालाइजर के जरिए टेस्ट से शराब पीने वाले तुंरत पकड़ में आ जाएंगे और इसका एक्सक्यूज भी नहीं दे पाएंगे।

जगह-जगह सजता है 'कारÓबार

गोरखपुर की कई सड़कों पर शाम होते ही कार बार बन जाया करती है। यहां पर सड़क पर इधर-उधर कार खड़ी कर बड़े आराम से लोग शराब पीते दिख जाएंगे। यही नहीं शराब का नशा बढ़ते ही सड़कों पर गाडिय़ों की स्पीड भी बढ़ जाती है। जो किसी के लिए भी खतरा बन सकती है। बहुत से ऐसे मामले आते भी हैं कि रात में गाड़ी ठोकर मारकर निकल गई। ड्रंक एंड ड्राइव पकड़े जाने पर 2000 रुपए तक का जुर्माना लगाया जाता है और वार्निंग देकर छोड़ दिया जाता है। इसके बाद दोबारा पकड़े जाने पर ड्राइविंग लाइसेंस निरस्त करने का प्रावधान है।

सड़क सुरक्षा माह के अतंर्गत ब्रेथ एनालाइजर से शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों का पता लगाया जा रहा है। चेकिंग में शराब का सेवन कर गाड़ी चलाने वाले एमवी एक्ट में कार्रवाई की जा रही है। ये अभियान आगे भी चलता रहेगा।

- डॉ। एमपी सिंह, ट्रैफिक एसपी