- असफल योजनाओं के प्रति किया गया जागरूक

GORAKHPUR: जिला पंचायती राज विभाग की ओर से शनिवार को सिटी के गोरखपुर क्लब में प्रधानों के लिए क्षमता विकास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ डीएम ओएन सिंह ने किया। इस अवसर पर प्रधानों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि गांव के लोगों को विकास की सबसे ज्यादा अपेक्षा ग्राम प्रधानों से ही होती है। अक्सर जानकारी के अभाव में भी प्रधान ठीक ढंग से विकास कार्य नहीं करा पाते हैं। इसी बात को ध्यान में रखकर ये आयोजन किया गया है। प्रधान यहां से योजनाओं के बारे में सभी जानकारी लेकर जाएं और अपने गांव के लोगों की उम्मीदों पर खरे उतरें।

मिनी डेयरी लगाने को किया प्रेरित

क्षमता विकास कार्यक्रम में मुख्यमंत्री की प्राथमिकता वाली योजनाओं पर जोर देने के अलावा दूध, मछली और अंडा उत्पादन में प्रदेश को आत्मनिर्भर करने पर बल दिया गया। इस दौरान इन लघु उद्योगों को लगाने में सरकार की ओर से मिल रही रियायतों के बारे में भी विस्तार से बताया गया।

समिति गठन व कार्य की प्रक्रिया बताई

कार्यक्रम में जिला पंचायती राज अधिकारी समरजीत यादव ने विभाग की ओर से संचालित योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक पात्रों तक पहुंचाने पर बल दिया। इस दौरान उन्होंने समितियां बनाने और चलाने की प्रक्रिया भी बताई।

इन योजनाओं पर रहा फोकस

इस दौरान लोहिया आवास, इंदिरा आवास, समाजवादी पेंशन योजना, आम आदमी बीमा योजना, निर्मल भारत अभियान, मिड-डे मील, ग्रामीण आजीविका मिशन, जेई, एईएस राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, श्रम विभाग की ओर से संचालित योजनाएं, राज्य पोषण मिशन, ग्रामीण पेयजल, स्वच्छ भारत मिशन, चतुर्थ वित्त आयोग, तेरहवां वित्त आयोग, समाज कल्याण विभाग और विकलांग कल्याण विभाग, विकास मिशन आदि योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई।

प्रशिक्षण कार्यक्रम में सीडीओ कुमार प्रशांत, डीरीआरओ समरजीत यादव, जिला विकलांग कल्याण अधिकारी मधुरेंद्र कुमार पर्वतेश, जिला प्रोबेशन अधिकारी समर बहादुर, समाज कल्याण अधिकारी सुनील कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।

नहीं मिलते आवेदक

सरकार की ओर से चलाई जाने वाली कुछ योजनाएं ऐसी हैं जिनकी सही जानकारी न होने के कारण कोई उनके लिए आवेदन नहीं करता है। कई योजनाएं तो ऐसी है जिनमें पात्र न मिलने के कारण धन वापस चला जाता है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में उन योजनाओं के बारे में भी प्रधानों को बताया गया। जिससे लोग उनका लाभ ले सकें।