गोरखपुर (ब्यूरो) शहर के बाद बसों की स्पीड 55 किलोमीटर प्रति घंटे फिक्स की गई है, तो वहीं भीड़-भाड़ वाले इलाकों में इन्हें 10 से 15 किमी प्रति घंटे चलने के निर्देश जारी किए गए हैं। साथ ही संचालन के दौरान इसकी मॉनीटरिंग भी की जा रही है।
इस नंबर पर करें कॉल
पब्लिक को बस में बेहतर सुविधा पहुंचाने और आपातकालीन स्थित से निपटने के लिए हेल्थ लाइन नंबर जारी किया है। फिलहाल नंबर 7080354542 पर कॉल कर सूचना दी जा सकती है। कानपुर में हुए हादसे को देखते हुए संचालित करने वाली एजेंसी ने स्पीड पर अंकुश लगाने की पहल की है। वहीं हेल्पलाइन नंबर पर अगर कोई ओवर स्पीड गाड़ी चला रहा है या फिर किसी तरह की प्रॉब्लम क्रिएट हो रही है तो इसकी शिकायत भी की जा सकती है.
जल्द शुरू होंगी पांच बसें
वैसे एडवांस टेक्नोलॉजी से इलेक्ट्रिक बसों को संचालन किया जा रहा है। सस्ता किराया और स्मूथ सफर का आनंद लेने वाले यात्री भी सिटी बस का आनंद ले रहे हैं। अफसरों का मानें तो सेंसर बेस्ड इलेक्ट्रिक बसें पूरी तरह से सिक्योर है। फिलहाल 15 बसों की सुविधा शहर के लोगों को मिल रही है। जल्द ही पांच और बसों का संचालन शुरू हो जाएगा। वहीं दूसरी ओर इन बसों में पैसेंजर्स के सुरक्षा के लिए सेफ्टी फीचर की भरमार है। जिससे पैसेंजर्स का सफा काफी सुरक्षित रहेगा।
एडवांस ब्रेकिंग सिस्टम की फैसिलिटी
इन बसों में स्पीड कंट्रोल के साथ जीपीएस सिस्टम, पैनिक बटन जैसी बेसिक सुविधाओं के साथ एडवांस ब्रेकिंग सिस्टम की सुविधा दी गई है। बसों के दरवाजों पर सेफ्टी सेंसर लगाए गए हैं। जिससे गेट पर किसी यात्री के खड़े होने पर बस के दरवाजे बंद नहीं होंगे और चालक को आसानी से पता चल जाएगा। साथ ही इन बसों के लिए एक्सपर्ट चालकों की भर्ती पीएमआई कंपनी के तरफ से की गई है। यही कंपनी शहर में इन बसों के संचालन से लेकर सर्विस तक को देख रही है।
पूरी तरह से सुरक्षित
दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने यूनिवर्सिटी चौराहे पर इलेक्ट्रिक बस की पड़ताल कि तो ड्राइवर आकाश से बताया कि बस पूरी तरह से सुरक्षित है। सीसीटीवी कैमरे के साथ ही इमरजेंसी विंडो और हूटर लगाया गया है। बसों में आगे पीछे पांच सीसीटीवी कैमरों के साथ दिव्यांगों के लिए रैंप तक की सुविधा दी गई है। सीसीटीवी कैमरों की मदद से बसों के साइड से लेकर पीछे तक का व्यू ड्राइवर देख सकता है। इसके अलावा बस में फस्र्ट एंड किट समेत फायर सिस्टम लगा हुआ है, ताकि आपात स्थिति में आग पर काबू पाया जा सके ओर सफर के दौरान यात्री को प्राथमिक उपचार भी मिल सके।
नगर आयुक्त ने बस में सफर कर परखी थी सुविधा
इलेक्ट्रिक बस में पैसेंजर्स को मिल रही सुविधा की जानकारी लेने के लिए बीते बुधवार की सुबह नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने मेडिकल कॉलेज जा रही इलेक्ट्रिक बस में सफर किया। बस से यात्रा के दौरान एक यात्री नगर आयुक्त को पहचान गया। उसने पूछा कि क्या किराया बढ़ाने का कोई प्रस्ताव है। इस पर नगर आयुक्त ने कहा कि वर्तमान और बाद में भी किराया बढ़ाने की कोई योजना नहीं है।
इलेक्ट्रिक बसे पूरी तरह से सेफ हैं। चालक निजी कंपनी की तरफ से पूरी जांच और टेस्ट के बाद रखे गए हैं। बस में ओवर स्पीड कंट्रोल सिस्टम के साथ एडवांस ब्रेकिंग सिस्टम लगे हुए हैं। हाईवे पर 55 किलोमीटर और भीड़भाड़ रूटों पर 10 से 15 की स्पीड में बसों का संचालन होता है।
- पवन कुमार, इंचार्ज, पीएमआई