गोरखपुर (ब्यूरो)। पूरे मंडल में करीब सात लाख डोज वाली वैक्सीन को डिस्ट्रिब्यूट किए जाने की तैयारी है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ। एएन प्रसाद बताते हैैं कि वैक्सीनेशन की डेट आ चुकी है। इसकी गाइडलाइन का इंतजार है। स्कूलों व पीएचसी-सीएचसी पर वैक्सीनेशन होगा। बता दें, 15-17 वर्ष तक के 4,22,586 डोज दिए जा चुके हैैं। जबकि 12-14 वर्ष तक के बच्चों के वैक्सीनेशन के लिए अब हेल्थ डिपार्टमेंट ने तैयारियां शुरू कर दी हैैं। वैक्सीन एडी हेल्थ कार्यालय में आकर रखी हैं। कोर्बैवैक्स बच्चों की वैक्सीन है। इसे लगाने के लिए शासन से निर्देश आना बाकी है। निर्देश आते ही लगाए जाने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी जाएगी।

स्वदेशी है वैक्सीन

दरअसल, कोरोना की तीसरी लहर में भले ही मंदन पड़ गई है, लेकिन आगे भी कोविड कभी परेशान ना करे, इसको लेकर लगातार शासन की तरफ से ठोस कदम उठाए जा रहे हैैं। यही वजह है कि भारत के औषधि महानियंत्रक (ड़ीसीजीआई) से मंजूरी पाने वाला कोर्बैवैक्स तीसरा टीका बन चुका है, जिसे बच्चों को लगाया जाएगा। इससे पहले जाइडस कैडिला के जायकोव-डी और भारत बायोटेक के को-वैक्सीन की मंजूरी दी गई थी। कोर्बेवैक्स को बायोलॉजिकल ई लिमिटेड कंपनी ने बनाया है। यह पहला ऐसा स्वदेशी टीका है जो कोरोना से लड़ऩे वाला रिसेप्टर बाइंडिंग डोमेन (आरबीडी) सब-यूनिट वैक्सीन है। बॉयोलोजॉकिल ई-लिमिटेड की बात करें तो यह दुनिया के बड़े वैक्सन निर्माताओं में से एक है।

कैसे करती काम

- कोर्बेवैक्स वैक्सीन की दो खुराक मांसपेशियों में लगाई जाती हैं।

- इनका गैप 28 दिन होना चाहिए।

- इसे 2 से 8 डिग्री सेल्सियस के तापमान में स्टोर किया जाता है।

- इसकी 20 खुराक और 10 खुराक के पैक आएंगे।

- एक सिंगल डोज में 0.5 एमएल वैक्सीन लगनी होगी।