गोरखपुर (ब्यूरो)।यह सोचकर कि गोरखपुर में ही रिन्युअल और फिटनेस जांच भी हो जाएगी। लेकिन गोरखपुर के लिए उनका आवेदन ही नहीं स्वीकार हुआ। अब उन्हें फैजाबाद स्थित आरटीओ पहुंचकर वाहन का रिन्युअल और फिटनेस जांच कराने के लिए दौड़ लगानी पड़ रही है।

परेशान हैं वाहन स्वामी

मन्नू ही नहीं गोरखपुर में सैकड़ों की संख्या में अन्य जिलों के रहने वाले वाहन स्वामी भी फिटनेस जांच को लेकर परेशान हैं। फिटनेस की अवधि पूरी होते ही प्रतिदिन 50 रुपए का जुर्माना लगने लगता है। ऐसे में लोग जल्द फिटनेस प्रमाण पत्र बनवाना चाहते हैं, लेकिन उन्हें भागकर रजिस्टर्ड वाले जनपद जाना पड़ता है। मई में जब शासन ने आदेश जारी किया कि वाहनों की फिटनेस जांच किसी भी जिले में हो सकेगी तो वाहन स्वामी खुश हो उठे। उन्हें लगा अब फिटनेस प्रमाण पत्र के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। जहां रहेंगे वहीं जांच हो जाएगी। इसे आरटीओ की उदासीनता कहें या सिस्टम की खामी। अभी तक फिटनेस जांच के लिए परिवहन विभाग का वाहन पोर्टल अपडेट नहीं हो पाया है।

सिस्टम अपडेट होने पर सुविधा

एआरटीओ प्रशासन अरुण कुमार बताया कि सिस्टम अपडेट होते ही वाहन मालिकों को इस सुविधा का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा। किसी भी जिले में वाहनों की फिटनेस जांच हो जाएगी। आने वाले दिनों में फिटनेस जांच के लिए आरटीओ भी जाने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। आटोमेटिक फिटनेस सेंटर (स्वचालित परीक्षण स्टेशन) पर ही वाहनों की फिटनेस जांच हो जाएगी। गोरखपुर में तीन आटोमेटिक फिटनेस सेंटर खोले जाएंगे। आरटीओ ने तैयारी शुरू कर दी है।