- आरटीओ को अभियान चलाकर करनी थी धड़पकड़

- न चला सके अभियान, न ही हुई कोई कार्रवाई

- आरटीओ की लिस्ट में 70 हजार कबाड़ वाहन

GORAKHPUR: आरटीओ का अभियान एक बार फिर धड़ाम हो गया है। बीते दिनों आरटीओ ने 15 साल पूरे कर चुके कबाड़ वाहनों की एक लिस्ट जारी की। इन वाहनों पर कार्रवाई करने के लिए अभियान चलाने का भी मुख्यालय से निर्देश मिला था। जिस पर दो हफ्ते बाद भी अमल नहीं किया जा सका। जिसकी वजह से बेरोकटोक कबाड़ वाहनों से शहर की सड़कों पर माल और जेनरेटर ढोए जा रहे हैं जो कभी भी पब्लिक के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं। वहीं आए दिन सड़कों पर चलते-चलते इनका बे्रक फेल होना हो या गाड़ी खराब होना भी आम बात है।

गोरखनाथ पुल पर खराब हो गई गाड़ी

एक जीप यूपी 53 सी 9670 मंगलवार को एक बड़ा इलेक्ट्रिक जेनरेटर पीछे बांधकर बड़े आराम से गोरखनाथ एरिया के एक मैरेज हाउस जा रही थी। अभी गोरखनाथ पुल पर गाड़ी चढ़ी थी कि खराब हो गई। इसके बाद सुबह-सुबह ऑफिस टाइम में पुल पर खटारा जीप के खराब होने से पब्लिक को आने-जाने में दिक्कत हुई। ये गाड़ी इतनी पुरानी थी कि उसका रिकॉर्ड आरटीओ के एप पर भी नहीं शो कर रहा है।

शहर में घूम रहे 70 हजार कबाड़ वाहन

ये तो केवल एक गाड़ी थी जो आरटीओ की लिस्ट से भी बाहर है। शहर में ऐसी ना जाने कितनी कबाड़ गाडि़यां हैं जिनके बारे में आरटीओ को पता भी नहीं है। इस समय आरटीओ की लिस्ट में 70 हजार गाडि़यां हैं जो 15 साल पूरे कर चुकी हैं लेकिन उनका रिन्युअल नहीं कराया गया है।

नोटिस को किया नजरअंदाज

आरटीओ ने ऐसे पुराने वाहनों के मालिकों के पास नोटिस भेजी थी। जिसके बाद कुछ ही लोगों ने इंट्रेस्ट दिखाते हुए अपनी गाडि़यों का रिन्युअल कराया। बाकी अभी भी इससे बेखबर धड़ल्ले से खटारा वाहन लेकर शहर की हवा खराब कर रहे हैं।

वर्जन

अभियान चलाना था लेकिन किसी कारण से इन्फोर्समेंट टीम छुट्टी पर चली गई। जिसके कारण शहर में अभियान नहीं चलाया जा सका। बहुत जल्द इनकी धड़पकड़ कर ऐसे वाहनों को सीज किया जाएगा। इससे पहले ऐसे लोग अपनी गाडि़यों को रिन्युअल करा लें।

डीडी मिश्रा, आरटीओ इन्फोर्समेंट