गोरखपुर (ब्यूरो)। बारिश का सीजन शुरू होने के साथ ही दिन और रात के तापमान में डिफरेंस बढ़ गया है। इस अंतर के चलते वायरल फीवर लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। इसमें बच्चे, युवा और बुजुर्ग सभी हैं। इसका अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि 2500 मरीजों की ओपीडी वाले बीआरडी में अकेले 500 से अधिक मरीज वायरल फीवर के ही पहुंच रहे हैं। जबकि 1800 की ओपीडी वाले जिला अस्पताल ऐसे मरीजों की संख्या 250 से ज्यादा है। वहीं प्राइवेट डॉक्टर्स के क्लीनिक पर भी मरीजों की लंबी कतार लगी हुई है।

भीड़ को कंट्रोल करना होगा मुश्किल

नॉर्मल पेशेंट्स की बात करें तो इनको डील करने के लिए सीनियर फिजिशियन तैनात है। डॉ। बीके सुमन और डॉ। राजेश कुमार दोनों मिलकर वायरल फीवर के मरीजों को देखते हैैं। अब डॉ। बीके सुमन के ट्रांसफर हो जाने से सोमवार को होने वाली ओपीडी में भीड़ को अकेले कंट्रोल करना बेहद मुश्किल हो जाएगा। बाल रोग विभाग में भी डॉ। अरविंद उपाध्याय, डॉ। जेएसपी सिंह व डॉ। गौरव के ट्रांसफर हो जाने से बाल रोग विभाग ही पूरा खाली हो जाएगा। बताया जा रहा है कि बच्चों के इलाज के लिए काफी दिक्कतें बढ़ जाएंगी। तो वहीं बुजुर्गो के लिए हड्डी के डॉक्टर्स में आर्थोपेडिक्स डॉ। राकेश, डॉ। वीपी सिंह का तबादला हो जाने से मुश्किलें बढऩी तय मानी जा रही है। पैथोलोजी में डॉ। वीके प्रजापति का तबादला कर दिया गया है, जिससे पैथोलॉजिकल जांच प्रभावित होंगे।

वायरल फीवर के लक्षण

सीनियर फिजिशियन डॉ। राजेश कुमार बताते हैैं कि यह बीमारी इन्फ्लूएंजा या पैरा-इन्फ्लूएन्जा वायरस के सक्रिय होने के कारण होती है। अन्नपूर्णा चाइल्ड केयर के चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ। राजेश कुमार गुप्ता के मुताबिक इसमें शरीर में दर्द के साथ सर्दी-जुकाम, तेज बुखार, गले में खराश, सिर दर्द, खांसी आदि के साथ आंख-नाक से पानी गिरने लगता है। मरीजों में सबसे ज्यादा तादाद बच्चों की होती है। एक साल से कम उम्र के बच्चों के साथ पहली दफा स्कूल जाने वाले बच्चे सबसे ज्यादा शिकार होते हैं।

बुखार के साथ आंतों में हो रही सूजन

बालरोग विशेषज्ञ डॉ। आनंद सिंह ने बताया कि इस मौसम में वायरल इंट्राइटिस भी बुखार के साथ हो रहा है। इसके कारण मरीज के आंतों में सूजन हो रही है। इससे मरीजों को भूख कम लगती है। पेट में तेज दर्द होता है। दर्द के साथ बच्चों को बुखार भी होता है। खासतौर पर बच्चों में यह समस्या ज्यादा आ रही है।

फैक्ट फीगर

2 जुलाई - 1207

1 जुलाई - 1423

30 जून - 1463

29 जून - 1563

28 जून - 1698

27 जून - 1589