गोरखपुर (ब्यूरो)। वीसी प्रो। राजेश सिंह ने कहा कि देश के अंदर मतदान करने वाले आंकड़ों पर ध्यान दें, तो 50 फीसदी मतदाता 37 साल से कम हैं। इनमें भी ऐसे युवाओं की संख्या ज्यादा है तो 18 वर्ष की आयु पूरी कर चुके हैं या करने वाले हैं। युवा ही लोकतंत्र की आधारशिला हैं। अगर, ये वर्ग अपने अधिकार और दायित्वों के प्रति सचेत रहे तो देश में स्वस्थ्य लोकतंत्र की स्थापना के लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। प्रोग्राम के सह संयोजक और छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष डॉ। विभ्राट चंद कौशिक ने कहा, शहर विधानसभा में कार्मल स्कूल पर बने बूथ में ज्यादातर ब़ुद्धिजीवी ही मतदान करने आते हैं। मगर, इस बूथ का मतदान प्रतिशत अन्य बूथों के सापेक्ष बेहद निराशाजनक होता है। हम सभी को मिलकर इसे बढ़ाने की आवश्यकता है।

युवा ही देश के कर्णधार

संयोजक, अधिष्ठाता शिक्षा संकाय प्रो। शोभा गौड़ ने कहा कि युवा ही देश के कर्णधार है। इसे उत्साहित करना और आगे बढ़ाना हमारा दायित्व है। हमें ये सोचकर सरकार बनाना है की कौन हमारी और कौन हमारे देश की सुरक्षा कर सकता है। अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो। अजय सिंह ने कहा कि एक स्वस्थ्य लोकतंत्र के लिए स्वस्थ्य सरकार की आवश्यकता होती है। परीक्षा नियंत्रक डॉ। अमरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि देश में लोकतांत्रिक व्यवस्था अति प्राचीन रही है। इसलिए, इससे भावनात्मक जुड़ाव सभी को महसूस करना चाहिए।

परिवार को भी कराएं मतदान

कुलसचिव विशेश्वर प्रसाद ने कहा कि हर व्यक्ति को अपने साथ-साथ परिवार का भी मतदान कराना चाहिए। संचालन समाजशास्त्र विभाग के सहायक आचार्य दीपेंद्र मोहन सिंह ने किया। इस अवसर पर प्रो। शिवाकांत सिंह, प्रो। विनय कुमार सिंह, डॉ। केशव सिंह, डॉ। महेन्द्र कुमार सिंह, डॉ। अमित उपाध्याय, डॉ। राजू गुप्ता, डॉ। मीतू सिंह, डॉ। पवन कुमार सहित अनेक स्टूडेंट्स मौजूद रहे।