गोरखपुर (ब्यूरो)।यही नहीं वॉटर लॉगिंग के स्थान भी चिन्हित किए जा रहे हैं, कुछ कर भी लिए गए हैं। उन स्थानों पर विशेष सफाई अभियान के साथ वहां पहले से ही पंप लगा दिए गए हैं ताकि जलभराव की स्थिति में तत्काल उसे दूर कराया जा सके। नगर आयुक्त इसको लेकर लगातार बैठकें भी कर रहे हैं। जोनल अफसरों के अन्य कर्मचारियों को जिम्मेदारी सौंप रहे हैं। इधर, फिलहाल गोरखपुराइट्स को मानसून का इंतजार है। भीषण गर्मी से सबका जीना मुहाल हुआ है।

जलभराव हुआ तो तत्काल चलेंगे पंप

नगर निगम ने जलभराव वाले स्थानों को चिन्हित कर वहां तत्काल समस्या दूर करने के लिए पंप लगा दिए हैं। जलभराव की स्थिति में तुरंत ही पंपों को चला दिया जाएगा। महेवा मुक्तेश्वरनाथ, चरगांवा सेंट्रल बैंक के पास, राप्तीनगर के कई इलाकों, नौसड़ चौराहे पर, शक्तिनगर द्वारिकापुरम, बडग़ों, खोराबार, रामअवध नगर, गोपलापुर, दाउदपुर, मोतीपोखरा आदि में अस्थायी पंप लगाए गए हैं। सभी पंपों की निगरानी और जिम्मेदारी भी तय की गई है।

100 से अधिक जलभराव वाले स्थान

वैसे तो शहर में 100 से अधिक जलभराव वाले स्थान चिन्हित हैं। लेकिन पिछले सालों में जलभराव की जो तस्वीरें आई हैं वह काफी अधिक हैं। तस्वीरें देखकर आज भी लोगों के जेहन में यादें ताजा हो जाती हैं। बेतियाहाता में जलभराव में पार्षद की आरती करनी पड़ी तो खाले टोला में स्कूलों के लिए बच्चों को घर से निकालने क लिए ट्रैक्टर का सहारा लेना पड़ा। पिछले साल की बात करें तो जिला अस्पताल रोड, माया बाजार, घंटाघर, रेती रोड, बुद्धनगर, रुस्तमपुर, दाउदपुर, बेतियाहाता, आजाद नगर, चक्सा हुसैन आदि में काफी जलभराव हुआ था। इस साल जलभराव की सूची में हैं।

बरसात से पहले नाला सफाई

बरसात से पहले तीनों चरण के नाला सफाई का नगर निगम दावा कर रहा है। दो चरण पूरा हो चुका है। तीसरे चरण की भी लगभग शुरुआत हो चुकी है। कई जगह नाला प्रभारी डॉ। मुकेश रस्तोगी खुद मौके पर रहकर सफाई करा रहे हैं। उनका कहना है कि नगर निगम जलभराव को लेकर काफी अलर्ट है। इसके लिए बरसात से पहले ही सब व्यवस्था दुरुस्त कर रहा है।

मेयर और नगर आयुक्त ने किया नालों का इंस्पेक्शन

मेयर डॉ। मंगलेश श्रीवास्तव और नगर आयुक्त डॉ। गौरव सिंह सोगरवाल ने रविवार को सूर्य विहार कॉलोनी के निर्माणाधीन नालों का निरीक्षण किया। इस दौरान जल्द नाले का निर्माण कराने और आसपास के नालों की सफाई का निर्देश दिया। मेयर ने कहा कि बरसात के पहले हर हाल में नालों की पूर्णत साफ सफाई करा ली जाए ताकि पानी कहीं भी एकत्र न हो सके।

नाला सफाई अभियान तेजी से चल रहा है। नाले, नालियों की दो चरण में सफाई पूरी हो चुकी है। अब तीसरे चरण में सफाई जा रही है। नालों की सफाई अच्छी तरह से चल रही है ताकि बारिश होते ही पानी नालों के रास्ते निकल जाए।

डॉ। मुकेश रस्तोगी, नाला सफाई प्रभारी