कानपुर (ब्यूरो)। शताब्दी नगर, महावीर नगर, रामगंगा इंक्लेव, रतनपुर आदि स्कीम के हजारों एलॉटीज के लिए अच्छी खबर है। ये हाउसिंग स्कीम्स चकेरी-इटावा नेशनल हाईïवे से सीधे जुड़ेंगी। इसके लिए दिल्ली-हावड़ा रेलवे ट्रैक पर स्टील अथॉरिटी के पास महावीर नगर में 4 लेन अंडरपास बनाया जाएगा। इसके लिए रेलवे ने ग्र्रीन सिग्नल देने के साथ ही लगभग 36 करोड़ का एस्टीमेट भी सौंप दिया हैं। इससे केडीए ऑफिसर्स को अपने खाली पड़े हजारों फ्लैट भी बिक जाने की उम्मीद हो गई है।

लाखों की आबादी
केडीए ने पनकी गंगागंज, रतनपुर आदि गांवों की जमीन पर रतनपुर, रतनपुर विस्तार, शताब्दी नगर, रामगंगा इंक्लेव, जवाहरपुरम आदि हाउसिंग स्कीम डेवलप की है। इनमें हजारों की संख्या में प्लाट्स हैं। इसके अलावा शताब्दी नगर केडीए ड्रीम्स में 1200 टू बीएचके फ्लैट, 7360 अफोर्डेबल हाउसिंग फ्लैट, 5 हजार समाजवादी फ्लैट, महावीर नगर एक्सटेंशन में 5040 प्रधानमंत्री आवास योजना के फ्लैट आदि हैं।

कनेक्टिविटी नहीं
हजारों की संख्या में प्लॉट व फ्लैट होने की वजह से शताब्दी नगर व आसपास के मोहल्ले एक बड़ी टाउनशिप की तरह डेवलप हो चुकी है। पर इस टाउनशिप के लिए एक बड़ी समस्या कनेक्टिविटी की है। शायद इसी वजह से अब तक यहां हजारों की संख्या फ्लैट नहीं बिक सके हैं। इसी वजह केडीए के ऑफिसर भी दिल्ली-हावड़ा ट्रैक पर फोरलेन अंडरपास बनाकर चकेरी-इटावा नेशनल हाईवे से जोडऩे के लिए लंबे समय कोशिश कर रहे हैं।
ये टाउनशिप पनकी-कल्याणपुर रोड से जरूर जुड़ी है। पर बेहतर कनेक्टिविटी न होने के कारण करीब दस साल बाद भी केडीए अपने सभी फ्लैट नहीं बेंच सका है। केडीए के खाली पड़े 5 हजार से अधिक फ्लैट्स में ज्यादातर इसी एरिया में हैं।
45 मीटर रोड, 4 लेन अंडरपास
केडीए ने अंडरपास को लेकर सर्वे भी कराया था। इसमें 45 मीटर चौड़ी रोड के अलावा 4 लेन रेल अंडरपास बनाने का प्रपोजल तैयार किया गया। शताब्दी नगर में 45 मीटर चौड़ी रोड तो केडीए ने बना दी है। पर 4 लेन रेल अंडरपास के लिए रेलवे से एनओसी के साथ एस्टीमेट मांगा था। केडीए ऑफिसर्स के मुताबिक नार्थ सेंट्रल रेलवे ने 4 लेन अंडरपास के लिए एनओसी दे दी है। इसके साथ ही रेल अंडरपास बनाने के लिए लगभग 36 करोड़ का एस्टीमेट भी केडीए को सौंपा है। इससे केडीए के ऑफिसर्स के चेहरे चमक गए हैं। नेशनल हाइवे से ये हाउसिंग स्कीम कनेक्ट होने से उन्हें अब रिस्पांस और अधिक मिलने की उम्मीद हो गई है। फिलहाल केडीए के ऑफिसर्स एस्टीमेट और डिजायन को लेकर मंथन शुरू कर दिया है।